एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
शराब कारोबारी विजय माल्या ने आज कहा कि कर्नाटक के आगामी विधानसभा चुनावों में वोट डालना उनका लोकतांत्रिक अधिकार है, लेकिन उन्हे अफसोस है कि वह भारत नहीं आ सकते, जहां वह धोखाधड़ी और धनशोधन के मामलों में आरोपित हैं।
माल्या ने पहली बार 10 अप्रैल 2002 से 9 अप्रैल 2008 तक संसद के उच्च सदन में कर्नाटक का प्रतिनिधित्व किया था। प्रत्यर्पण से जुड़े मुकदमे की सुनवाई के सिलसिले में वेस्टमिंस्टर की मजिस्ट्रेट अदालत पहुंचे माल्या ने अदालत के बाहर पत्रकारों से बातचीत में ये बाते कही।
विजय माल्या को दोबारा 1 जुलाई 2010 को राज्यसभा के लिए चुना गया था। हालांकि, 30 जून 2016 को अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले ही उन्होंने पांच मई 2016 को राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
वह मार्च 2016 से ब्रिटेन में हैं। कर्नाटक चुनाव पर माल्या की राय के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा। मैं राजनीति पर करीबी से नजर नहीं रख पा रहा हूं। लिहाजा चुनावों पर मेरी कोई राय नहीं है।
विजय माल्या के स्वामित्व वाली किंगफिशर एयरलाइन्स पर 17 बैंकों का 6963 करोड़ रुपए का कर्ज है, लेकिन, ब्याज मिलाकर यह कर्ज कुल 9400 करोड़ रुपए से ज्यादा है।