एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
बसपा प्रमुख मायावती सपा संरक्षक मुलायम सिंह के लिए मैनपुरी आकर जनता से वोट मांगेंगी। वे 19 अप्रैल को यहां जनसभा को सम्बोधित करेंगी। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी मौजूद रहेंगे। दोनों पार्टियों ने लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन किया है। इनकी 11 संयुक्त रैलियां होंगी। शुरुआत होली के बाद होगी।
मायावती अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव के लिए भी कन्नौज में 25 अप्रैल को जनसभा करेंगी। सपा-बसपा की संयुक्त रैली 1 मई को फिरोजाबाद में, 8 मई को आजमगढ़ में, 13 मई को गोरखपुर में और 16 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में होगी।
सपा के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने उम्मीद जताई है कि इन रैलियों से गठबंधन को काफी फायदा मिलेगा। गठबंधन की ओर से 7 अप्रैल को देवबंद में संयुक्त रैली की जाएगी। इसमें अखिलेश और मायावती के साथ रालोद के अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह भी मौजूद रहेंगे। वहीं, 8 अप्रैल को मेरठ लोकसभा सीट के लिए अखिलेश-मायावती संयुक्त प्रचार करेंगे।
1992 में मुलायम सिंह ने जनता दल से अलग होकर समाजवादी पार्टी बनाई थी। भाजपा का रास्ता रोकने के लिए उन्होंने 1993 में बहुजन समाज पार्टी से हाथ मिलाया और सरकार बनाई। हालांकि, मायावती इस सरकार में शामिल नहीं हुई थीं। 2 जून 1995 को बसपा ने मुलायम सरकार से किनारा करते हुए समर्थन वापसी की घोषणा कर दी, जिससे दोनों दलों का गठबंधन टूट गया। मायावती के समर्थन वापसी के ऐलान के बाद मुलायम सरकार अल्पमत में आ गई थी।