एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
केंद्रीय पर्यटन तथा सूचना व प्रौद्योगिकी मंत्री के. जे. अलफोंस ने कोच्चि में फ्यूचर ग्लोबल डिजिटल समिट के दौरान एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि, लोग वीजा के लिए नंगे हो जाते हैं लेकिन आधार के लिए बॉयमीट्रिक्स देने में हल्ला मचा रहे हैं।
अलफोंस ने कहा, आधार में महज नाम और पता दिया जा रहा है। आपका बायोमेट्रिक डाटा यूआईडीएआई के पास है और मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि इसे बिना आपकी इजाजत के सार्वजनिक नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार लोगों के डाटा की हिफाज़त कर रही है और यह इसलिए संभव हो रहा है। क्योंकि इसके लिए आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है और उन तकनीकों को समय-समय पर अपग्रेड किया जाता है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, मैं अमेरिका का वीजा लेने के लिए 10 पेजों का फार्म भरता हूं। हमें वीजा के लिए अपने फिंगर प्रिंट्स देने और अग्रेजों के सामने नंगे होने में भी कोई परेशानी नहीं होती लेकिन भारत सरकार जो कि आपकी अपनी सरकार है। आपसे आपका नाम और पता पूछती है तो यह सभी को अपनी निजता पर अतिक्रमण लगता है।
आज ही इसी क्रम में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर एक ट्वीट करके तंज कसा था कि, नमो ऐप से लोगों का डाटा निजी कंपनियों को दिया जा रहा है। लोगों की जानकारी सार्वजनिक की जा रही है।