राजेश सोनी | Navpravah.com
अयोध्या में बाबरी मस्जिद विध्वंस को अब हिन्दू-मुस्लिम दोनों समुदाय भूलकर आगे बढ़ रहे हैं। यही कारण है कि अयोध्या से एक मुस्लिम पार्षद के चुने जाने पर हिन्दुओं का उनके घर बधाई देने का तांता लगा रहा। वहीं कुछ ही दूरी पर भाजपा वाले भी अपने पार्षद के जीत का जशन मना रहें थे।
दोनों समुदाय में दूरी कम होने के ही वजह से बाबरी मस्जिद के पक्षकार हाजी महबूब के भतीजे असद के निकाय चुनाव जीतने पर बाजार के लोग उन्हें बधाई देने उनके घर भारी संख्या में पहुंचे। असद ने भी बधाई देने वालों का धन्यवाद किया और कहा कि मैं सिर्फ मुसलमानों के वोट से नहीं जीता हूँ मुझे आप सभी का साथ मिला है और मैं इसकेलिए आप सबका शुक्रगुजार हूँ। असद पार्षद पद के लिए समाजवादी पार्टी से खड़े हुए थे। हालांकि अयोध्या का मेयर पद पर भाजपा ने जीत हासिल की।
बता दें कि आने वाले 6 दिसंबर को बाबरी विध्वंस को 25 बर्ष पुरे हो जाएंगे पर अब धर्मनगरी आयोध्या के लोग इन सब बातों को भुलाकर आगे बढ़ना चाहते हैं। आयोध्या नगरी के लोगों का मानना हैं कि मस्जिद -मंदिर के मुद्दे के वजह से आयोध्या नगरी पिछले 25 साल से मूलभूत सुविधाओं से वंचित रह गई है। अब आयोध्या में लोगों को अच्छी सड़क, अस्पताल, शिक्षा, बिजली और पानी की सुविधाओं की दरकार हैं।
हाल ही में योगी आदित्यनाथ सरकार ने आयोध्या नगरी को नगर निगम का दर्जा दिया है। जिसके कारण अब अयोध्या नगरी का चौतरफा विकास होने के आसार लगाए जा रहे है।