सौम्या केसरवानी। Navpravah.com
बाबरी कांड की बरसी पर जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में सुब्रमण्यन स्वामी का एक कार्यक्रम होने वाला था, जिसे रद्द कर दिया गया है। कार्यक्रम रद्द होने पर भड़के स्वामी ने इसे असहिष्णुता की हद बताया है।
स्वामी ने कहा, जेएनयू में असहिष्णुता की हद हो गई और अब हम समझ गए हैं कि जेएनयू का सहिष्णुता का क्या स्तर है। वहां जरूर वीसी पर दबाव बनाया गया होगा, इसी वजह से मेरे कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है। टाइम्स नाउ के मुताबिक स्वामी ने कहा, लेफ्ट अब डर गया है। सभी हिंदू अब एक हो चुके हैं और यूनिवर्सिटी के वीसी काफी दुर्बल हैं, उन्होंने कार्यक्रम रद्द करने की कोई भी वजह नहीं बताई है।
जेएनयू के हॉस्टल कोयना के मेस में शाम 9.30 बजे ‘अयोध्या में राम मंदिर क्यों बनना चाहिए’ इस मुद्दे पर स्वामी का कार्यक्रम था। यह कार्यक्रम बाबरी कांड की 25वीं बरसी के मौके पर होना था। हालांकि कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के लीडर और पूर्व जनरल सेक्रेटरी प्रकाश करात का भी बुधवार को साबरमती मेस में 9.30 बजे कार्यक्रम होना था, जिसे रद्द नहीं किया गया है।
बाबरी मस्जिद विध्वंस की घटना को आज 25 साल हो गए हैं। ये एक ऐसी घटना थी जिसने पूरे देशे के धार्मिक सौहार्द को हिलाकर रख दिया था। 6 दिसंबर 1992 को हिंदू कार सेवकों की लाखों की भीड़ ने बाबरी मस्जिद के ढांचे को ढहा दिया गया था।