एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव और इसी साल कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सरकार के खिलाफ माहौल तैयार करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
इसी क्रम में उन्होंने आज मोदी सरकार के खिलाफ ‘संविधान बचाओ’ अभियान की शुरुआत की, दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में शुरू हुए इस अभियान में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री मोदी पर जमकर निशाना साधा।
पीएम मोदी की किताब ‘कर्मयोगी-नरेंद्र मोदी’ के शब्दों का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा, हमारे पीएम की सोच है कि वाल्मीकि समाज का व्यक्ति अपने पेट के लिए नहीं। बल्कि अध्यात्म के लिए काम करता है।
राहुल ने कहा, दलितों के खिलाफ अत्याचार बढ़ रहा है लेकिन पीएम लगातार चुप हैं। यूपी, ऊना जैसे मामले सामने आ रहे हैं, कांग्रेस ने गुजरात में आवाज़ उठाई तब तीन दिन बाद स्टेज पर मोदी जी आते हैं और आंसू निकल आते हैं।
उन्होंने कहा, देश में जो भी संवैधानिक संस्था हैं उन्हें दबाया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट के चार जज जनता के सामने इंसाफ के लिए गुहार लगाने आए थे, सरकार ने उन्हें संसद में बोलने से रोक दिया। मोदी सरकार में इंस्टीट्यूशन खत्म हो रहे हैं।
राहुल ने कहा कि, विपक्ष संसद नहीं चलने देती, लेकिन, यहां तो मोदी सरकार ही संसद नहीं चलने दे रही। पीएम सांसदों और विधायकों को चुप रहने को बोलते हैं। उनके अनुसार, देश केवल मेरे मन की बात सुनेगा। उन्होंने कहा कि पीएम चाहते हैं कि केवल वह बोलें और कोई नहीं।
राहुल गांधी ने कहा, विदेश में भी अब मोदी जी से पूछा जा रहा है भारत में महिलाओं के साथ अत्याचार क्यों हो रहा है और वह चुप क्यों हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह से 70 साल में कभी नहीं हुआ। जब विदेश में भारत को लेकर ऐसी बात नहीं बोली गई हो।
कांग्रेस पार्टी की योजना के मुताबिक, ‘संविधान बचाओ’ अभियान पूरे देश भर में अगले एक साल तक चलाया जाएगा, इसका उद्देश्य मोदी सरकार को दलितों हितों का विरोधी बता कर दलितों के बीच कांग्रेस की पैठ बढ़ाने का है।