एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कई बार ये कहा है कि वे संसद में बोलेंगे तो भूकंप आ जाएगा। वे राफेल डील और नीरव मोदी पर 15 मिनट भी बोला तो पीएम नरेंद्र मोदी खड़े नहीं हो सकेंगे और संसद से चले जाएंगे।
लेकिन संसद के रिकॉर्ड के अनुसार, सितंबर 2016 में राफेल डील पर हस्ताक्षर किए जाने और पीएनबी घोटाले के उजागर होने के बाद से राहुल गांधी ने एक बार भी इन मुद्दों को व्यक्तिगत रूप से सदन में नहीं उठाया है।
यहां तक कि उन्होंने पिछले चार साल में संसद में एक भी सवाल नहीं पूछा है। साथ ही नहीं सोनिया गांधी ने भी पिछले चार सालों में संसद में कोई सवाल नहीं पूछा है।
लोकसभा की आधिकारिक वेबसाइट जिसमें सभी सांसदों के सवालों की पूरी लिस्ट मौजूद रहती है।उससे इस बात की पुष्टि हुई है।
संसद में किसी भी सांसद को कोई मुद्दा उठाने के लिए लोकसभा सचिवालय को नोटिस देना होता है, 12 से 1 बजे के बीच शून्यकाल में मुद्दे पर बोलने का मौका दिया जाता है। हालांकि ये स्पीकर पर भी निर्भर करता है कि वे इसकी अनुमति देते हैं या नहीं।
पिछले चार साल में राहुल गांधी ने संसद में 11 बार अपनी बात रखी है। इस दौरान उन्होंने करीब 1 घंटा 41 मिनट बोला, वहीं पीएम मोदी 14 बड़ी बहसों में हस्तक्षेप कर चुके हैं और वे आठ घंटे 19 मिनट बोल चुके हैं।