एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण विधेयक 2017 गुरुवार को लोकसभा में पारित हो गया, लेकिन इस बिल को लेकर मुस्लिम संगठन आपस में बंट गये हैं। ऑल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने तीन तलाक के खिलाफ विधेयक पेश किये जाने की निन्दा करते हुए इसे संसद की स्थायी समिति के पास भेजने की अपील की है।
बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना खलीलउर्रहमान सज्जाद नोमानी ने कहा कि बोर्ड को इस बात का बहुत अफसोस है कि तीन तलाक संबंधी विधेयक को जल्दबाजी में पेश किया गया है। मौलाना नोमानी ने कहा कि इस विधेयक को जल्दबाजी में पेश किया गया, इससे हम नाखुश हैं, इसकी हम निन्दा करते हैं और उसे गैर जरूरी और नासमझी भरा फैसला करार देते हैं।
अगले कदम के बारे में पूछे जाने पर नोमानी ने कहा कि बोर्ड अभी हालात पर बारीकी से नजर रख रहा है। बोर्ड अभी अदालत जाने के विषय में कोई विचार नहीं कर रहा है और इस विधेयक में संशोधन कराने या उसे रद्द कराने के लिए जो भी लोकतांत्रिक तरीके होंगे वे अपनाये जाएंगे।
ऑल इण्डिया मुस्लिम वूमेन पर्सनल ला बोर्ड की अध्यक्ष शाइस्ता अंबर ने संसद में विधेयक पेश किये जाने का स्वागत करते हुए कहा कि इससे महिलाओं में एक नयी उम्मीद जगी है, यह कदम सराहनीय है, इससे सभी मुस्लिम महिलाएं खुश हैं।