एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने बीजेपी के दलित सांसदों को नौटंकीबाज कहा है। उन्होंने कहा कि ‘भारत बंद’ के दौरान विरोध प्रदर्शन करने वाले दलितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराना बीजेपी की असलियत को बयां कर रहा है।
मायावती ने आरोप लगाया कि, पिछले चार साल से बीजेपी के राज में दलितों पर अत्याचार हो रहे हैं। रोहित वेमुला और ऊना में दलितों को प्रताड़ित किया गया। लेकिन बीजेपी के इन दलितों सांसदों ने कुछ नहीं कहा है।
बीएसपी सुप्रीमो ने कहा कि दलितों और आदिवासियों के सामने खोने के लिए कुछ नहीं है। उन्होंने बीजेपी को हिदायत देते हुए कहा कि दलितों के मुद्दे पर खेलना आग से खिलवाड़ करने के समान है। अगर ये नहीं सुधरे तो इनकी हालत ठीक वैसी ही हो जाएगी जैसे 1975 में इमरजेंसी के बाद कांग्रेस की हुई थी।
उन्होंने कहा कि आज बीजेपी के दलित सांसद अपने समाज के साथ भेदभाव और प्रताड़ना की बातें कर रहे हैं। लेकिन मैं जब संसद में इस मुद्दे को उठा रही थी तो कोई दलित सांसद सामने नहीं आया। अब ये लोग नौटंकी कर रहे हैं।
दो दिन पहले ही देश की विपक्षी पार्टियों को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की ओर से ‘सांप-छछूंदर, कुत्ता-बिल्ली’ कहे जाने की भर्त्सना करते हुए मायावती ने कहा कि बीजेपी सत्ता के अहंकार व नशे में देश की जनता को ‘मूर्खो की जमात’ समझने की भूल कर रही है। जबकि होशमंद जनता लोकसभा चुनाव से पहले ही उसे बार-बार ठोकरें मार रही है।