राजेश सोनी | Navpravah.com
गुजरात के वड़गाम से निर्दलीय विधायक और दलित नेता जिग्नेश मेवाणी मंगलवार को संसद मार्ग पर युवा हुंकार रैली करना चाहते थे। लेकिन दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस की तैयारी और कानून व्यवस्था के मद्देनजर मेवाणी को रैली करने की इजाजत नहीं दी थी। वहीं अब इस युवा हुंकार रैली को लेकर जिग्नेश मेवाणी और दिल्ली पुलिस आमने-सामने आते नजर आ रही है। सुरक्षा को ध्यान में रहते हुए दिल्ली पुलिस ने संसद मार्ग पर भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात कर दिए हैं।
जिग्नेश मेवाणी ने रैली को इजाजत न दिए जाने को लेकर सरकार पर ट्वीट कर द्वारा निशाना साधा है। मेवाणी ने ट्वीट में लिखा है कि बांध लें विस्तार भाजपा, राज अब जाने को है, जुल्म अब काफी कर चुके, जनता अब बिगड़ जाने को है। वहीं दिल्ली के डीजीपी ने ट्विटर पर जानकारी दी है कि रैली के आयोजकों को लगातार किसी और जगह जाने का सुझाव दिया जा रहा है, लेकिन वे मान नहीं रहे हैं। मेवाणी के साथ इस रैली में असम के किसान नेता अखिल गोगोई भी हिस्सा लेंगे।
भीमा-कोरेगांव हिंसा भड़कने के बाद पुलिस ने दलित नेता जिग्नेश मेवाणी और जेएनयू छात्र नेता उमर खालिद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर की थी। आरोप है कि इन लोगों ने जनसभा को संबोधित करते हुए भड़काऊ भाषण किया था, जिसकी वजह से पूरा महाराष्ट्र जातीय हिंसा में जला था। जिग्नेश मेवाणी के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद से ही उनके निशाने पर आरएसएस और भाजपा है। जिग्नेश मेवाणी का कहना है कि हमारी रैली सामाजिक न्याय के लिए है। हमारे एक हाथ में संविधान होगा और दूसरे हाथ में मनु-स्मृति होगी।