सुनील यादव | Navpravah.com
भारत में इन दिनों सभी राजनितिक पार्टियों की नज़र गुजरात चुनाव के नतीजों पर टिकी है। ऐसे में खबर आ रही है कि चीन भी गुजरात चुनाव के नतीजों पर दिलचस्पी ले रहा है। चीन के एक प्रतिष्ठित अख़बार ग्लोबल टाइम्स में छपी रिपोर्ट के अनुसार भारत एक उभरती हुई अर्थव्यवस्था है, भारत के साथ बढ़ते आर्थिक संबंधों को देखते हुए भारत की हर गतिविधियों पर चीन की नजर रहती है।
चीन के हर चैनलों पर इन दिनों गुजरात चुनाव के कवरेज की खबरें दिखाई जा रही हैं। सूत्रों के मुताबिक़, चीन गुजरात चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति जनता के रुख का अंदाजा लगाने के लिए भारतीय वोटरों को लिटमस टेस्ट के रूप में देख रहा है। हाल ही में जिस तरह डोकलाम विवाद पर चीन को पीछे हटना पड़ा, उसको देखते हुए बताया जा रहा है कि चीन कहीं न कहीं भारत से भयभीत भी है।
भारत विश्वगुरु बनने की ओर अग्रसर है। पिछले साढ़े तीन सालों में मोदी सरकार ने भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने हेतु कई कदम उठाये हैं। जिसके चलते दिन-ब-दिन भारतीय अर्थव्यवस्था में उछाल देखने को मिल रहा है। जिसे देखते हुए, विदेशी कम्पनियाँ बड़े पैमाने पर भारत में निवेश कर रही हैं। इस बीच चीन और भारत के बीच भी आर्थिक संबंध बढ़े हैं। इसी ओर दो बड़ी चीनी कम्पनियाँ ओप्पो और श्याओमी भी भारत में अपने-अपने पैर जमा चुकी है। अब चीन खुद चाहता है कि मोदी सरकार गुजरात चुनाव जीते, जिससे पूरे भारत में मोदी सरकार आये। चीन चाहता है की भारतीय अर्थव्यवस्था और बेहतर हो, जिसका फायदा चीन एवं अन्य देशों को भी होता रहे।