एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
राज्यसभा से सेवानिवृत्त हो रहे 40 सदस्यों पर पीएम मोदी ने आज सदन को संबोधित किया। सदन को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि वरिष्ठ सांसदों की राय और बातों का अपना एक महत्व होता है।
राज्यसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कोई भी राजनेता कभी रिटायर नहीं होता है, रिटायट हो रहे सांसदों से रोजाना मुलाकात होगी।
आज भी विपक्ष के हंगामे के कारण सदन में सेवानिवृत्त हो रहे सांसद अपना भाषण नहीं पढ़ पाए, जिस पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि, हमारे मन में सेवानिवृत्त हो रहे सदस्यों के प्रति भी सद्भाव नहीं बची है कि हम उनके अनुभव भी साझा कर सकें।
स्थगन के बाद बैठक फिर शुरू होने पर नायडू ने परंपरा और अवसर की विशिष्टता का हवाला देते हुए सेवानिवृत्त हो रहे सदस्यों को विदाई भाषण देने के लिए समूचे सदन से शांति बनाए रखने की अपील की। जिसके बाद टीडीपी के सदस्य तो मान गए, लेकिन अन्नाद्रमुक सदस्य अपने स्थानों पर खड़े रहे।
गुलाम नबी आजाद ने अन्नाद्रमुक सदस्यों से अपने स्थान पर बैठने की अपील करते हुए कहा था कि, सभी दल सदन के शांतिपूर्वक संचालन के पक्षधर हैं। अन्नाद्रमुक सदस्यों ने अपने स्थान पर बैठने के सत्तापक्ष और विपक्ष के अनुरोध को ठुकराते हुए कहा था कि वह तमिलनाडु के मुद्दे को उठाना चाहते हैं।