एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
भाजपा ने अपने सभी सांसदों को 28 और 29 दिसंबर को संसद में उपस्थित रहने को कहा है। इसका साफ़ संकेत है कि तीन तलाक बिल को पेश करने के लिए केंद्र सरकार ने कमर कस ली है और ज्यादा विलंब किए बिना सरकार इस बिल को गुरुवार को संसद में पेश करेगी। इसी वजह से भाजपा ने गुरुवार सुबह ही अपने संसदीय दल की बैठक भी बुलाई है।
पिछले कुछ दिनों से संसद में जोरदार हंगामा मचा हुआ है। विपक्ष, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर गुजरात चुनाव के दौरान की गई विवादित टिप्पणी के लिए पीएम मोदी से मांफी मांगने की जिद पर अड़ा हुआ है। जिसके कारण संसद के शीतकालीन सत्र में अब तक कुछ काम नहीं हो पाया है। इसलिए केंद्र सरकार अब जल्द से जल्द संसद में तीन तलाक बिल को पेश कर इसे पास करवाना चाहती है। वहीं इसी वर्ष भारत की सर्वोच्च न्यायालय ने एक बार में दिए जाने वाले तीन तलाक को अवैध करार दिया था। उसके बाद ही केंद्र सरकार ने तीन तलाक के मसले पर सख्त कानून लाने का फैसला किया था। ।
गौरतलब हैं कि लखनऊ में शनिवार को तीन तलाक के संबंध में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड(AIMPLB) की कामकाजी कमेटी ने बैठक ली थी। इस बैठक में तीन तलाक पर केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित बिल को लेकर चर्चा की गई थी। इस बैठक के कई घंटों तक चलने के बाद बोर्ड ने तीन तलाक पर केंद्र सरकार के प्रस्तावित बिल को ख़ारिज करने का फैसला किया था। संसद में बिल पेश करने से पहले ही AIMPLB ने चर्चा करते हुए इसे महिला विरोधी बताया है। साथ ही तीन तलाक देने पर तीन साल की सजा देने वाले प्रस्तावित कानून को क्रिमिनल एक्ट बताया है।