सौम्या केसरवानी । Navpravah.com
सिर के बदले दस करोड़ रुपये ईनाम में देने वाले नेता अमू को सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी ही भाव नहीं दे रही है। हरियाणा बीजेपी के चीफ मीडिया कॉर्डिनेटर सूरजपाल अमू करणी सेना के प्रतिनिधियों संग सीएम खट्टर से मिलने उनके आवास पहुंचे, लेकिन खट्टर ने मुलाक़ात किए बगैर ही उन्हें लौटा दिया। इस बात से आहत नेता अमू ने तत्काल इस्तीफ़ा भी दे दिया।
दीपिका पादुकोण और संजय लीला भंसाली का सिर काटने वाले को 10 करोड़ रुपये का ईनाम देने की घोषणा कर विवादों में आ गए थे, हरियाणा बीजेपी के चीफ मीडिया कॉर्डिनेटर सूरजपाल अमू। मंगलवार को सूरजपाल अमू मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात के लिए उनके आवास पर गए थे, उनके साथ करणी सेना के लोग भी थे, लेकिन खट्टर ने उनसे मुलाकात नहीं की, अमू ने इसे अपना अपमान बताया था।
अमू ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राजपूत करणी सेना के सदस्यों को मिलने का वक्त दिया था, लेकिन वह बिना मिले ही चले गए। उन्होंने कहा कि अगर आप हमें पार्टी से निकालना चाहते हैं, तो भले निकाल दीजिए, लेकिन इस तरह से हमारा अपमान मत करिये।
अमू ‘पद्मावती’ फिल्म के विवाद पर उस समय चर्चा में आए, जब उन्होंने फिल्म में पद्मावती की भूमिका निभाने वाली दीपिका पादुकोण का सिर कलम करने वाले को 10 करोड़ रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी।
वहीं उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी विवादित बयान देते हुए पश्चिम बंगाल की सीएम की तुलना शूर्पणखा से करते हुए इशारों-इशारों में धमकी देते हुए कहा था, ‘राक्षसी प्रवृति की महिलाओं का इलाज किया जाना चाहिए। रामायण में भगवान राम के छोटे भाई लक्ष्मण ने राक्षसी शूर्पणखा की नाक काटकर ऐसा ही किया था, और ये बात ममता जी को नहीं भूलनी चाहिए।’