एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
रेवाड़ी गैंगरेप केस में घटना के पांचवें दिन तीन आरोपियों की पहचान हो चुकी है, आरोपियों से जुड़ा सुराग देने वाले को 1 लाख रुपये इनाम देने की घोषणा भी की जा चुकी है, पुलिस की एक टीम राजस्थान जा चुकी है, लेकिन सभी आरोपी हाथ नहीं लग रहे हैं।
पुलिसिया कार्रवाई से परिजनों और पीड़िता के गांव वालों में काफी आक्रोश में है, यही वजह है कि पीड़िता के परिवार ने मुआवजे के तौर पर सरकार की तरफ से दिए गए दो लाख रुपये का चेक वापस करने की घोषणा की है।
पीड़िता की मां ने मीडिया के सामने अपना गुस्सा व्यक्त करते हुए कहा, कल कुछ अधिकारी मुझे मुआवजे का चेक देने आए थे, मैं आज इसे लौटा रही हूं क्योंकि हमें पैसा नहीं न्याय चाहिए, अब तो पांच दिन बीत चुके हैं लेकिन अभी तक कोई भी आरोपी गिरफ्तार नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा कि, मुझे इंसाफ चाहिए चेक का क्या करेंगे, उनको अरेस्ट करो और मुझे इंसाफ दो, दरिंदे हाथ नहीं आए हैं, मुझे न्याय चाहिए, ये 2 लाख है मुझे 2 करोड़ भी नहीं चाहिए, मुझे इंसाफ चाहिए, ये चेक जिसने भी दिया है मैं हाथ जोड़कर वापस करना चाह रही हूं।
कल नारनौल के सीजेएम विवेक यादव पीड़िता का हाल जानने रेवाड़ी के नागरिक अस्पताल पहुंचे थे, वहां उन्होंने पीड़िता के परिजनों से मिलकर उन्हें हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से खास मदद के तौर पर दी जाने वाली राशि के तहत 2 लाख रुपये का चेक सौंपा था।
लड़की के पिता ने कहा है कि हो सकता है आठ से 10 लोगों ने उससे बलात्कार किया हो, लेकिन वह उनमें से केवल तीन लोगों की ही पहचान कर पायी है, आपको बता दें कि लड़की अपने स्कूल की टॉपर रही है।
पुलिस ने घटना के बारे में बताया था कि बुधवार को कनीना में बस स्टॉप से लड़की का अपहरण कर लिया गया था, अपहरण करके सुनसान स्थान पर उसे ले गया जहां नशीला पदार्थ पिलाने के बाद उसके साथ बलात्कार किया था।