सौम्या केसरवानी | Navpravah.com
पीएनबी घोटाले का आरोपी हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी देश से भागने के बाद पहली बार मीडिया के सामने आया है। अपने ऊपर लगे आरोपों को चोकसी ने गलत बताया है और कहा कि ईडी ने अवैध तरीके से उसकी संपत्तियां जब्त की हैं।
न्यूज एजेंजी ANI के दिए बयान में मेहुल ने कहा कि, उसपर लगे आरोप झूठे और निराधार हैं, साथ ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अवैध रूप से उसकी संपत्तियों को अटैच कर उसे फंसाया है। वीडियो में मेहुल ने कहा कि बेवजह मेरा पासपोर्ट रद्द कर दिया गया है और कोई कारण भी नहीं बताया गया है, उसने कहा कि मेरा पासपोर्ट सस्पेंड है, ऐसे में सरेंडर करने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता है।
करीब 13 हजार करोड़ के पीएनबी घोटाले में नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी मुख्य आरोपी हैं, नीरव के खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर दिया है, जबकि मेहुल के खिलाफ नोटिस जारी करने की प्रक्रिया चल रही है। मेहुल चोकसी को कई बार भारतीय एजेंसियों के द्वारा समन जारी किया जा चुका है, हालांकि, हर बार उसने भारत आने में असमर्थता जाहिर की है, चोकसी ने कहा है कि अगर वह भारत आता है, तो उसके साथ लिंचिंग हो सकती है।
पंजाब नेशनल बैंक की मुंबई शाखा में दो अरब डॉलर की कथित धोखाधड़ी में केंद्रीय जांच एजेंसी ने इस साल फरवरी में अस्थायी तौर पर मुंबई में 15 फ्लैट और 17 कार्यालय परिसर, कोलकाता में एक मॉल, अलीबाग में चार एकड़ का फार्म हाउस और महाराष्ट्र के नासिक, नागपुर और पनवेल तथा तमिलनाडु के विल्लुपुरम में 231 एकड़ भूमि कुर्क की थी।
वहीं आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि, ईडी अब इन संपत्तियों को जब्त कर इन स्थानों पर अपने कब्जे का बोर्ड लगाएगा, ईडी ने मनी लॉंड्रिंग रोधक कानून के तहत चोकसी, उसकी कंपनी गीतांजलि जेम्स और उसकी सहयोगी कंपनियों के खिलाफ आपराधिक जांच के मामले में इन संपत्तियों की अस्थायी कुर्की का आदेश जारी किया था।