एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
उत्तर प्रदेश की बागपत जिले के जेल में अंडरवर्ल्ड डॉन प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई है, इस वारदात के बाद जेल प्रशासन से लेकर लखनऊ के अधिकारियों तक हड़कंप मच गया है।
इस सनसनीखेज घटना के बाद बागपत जेल के जेलर, डिप्टी जेलर समेत चार जेलकर्मियों का सस्पेंड कर दिया गया है, उधर, सीएम योगी आदित्यनाथ ने पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए मुन्ना बजरंगी की हत्या के मामले में न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं।
पूर्व बसपा विधायक लोकेश दीक्षित से रंगदारी मांगने के आरोप में पेशी के लिए बजरंगी को झांसी से बागपत लाया गया था, बजरंगी पर हत्या और रंगदारी के कई मामले दर्ज थे, जिला जेल में जब गिनती हुई, तब पता लगा कि बजरंगी की हत्या हो चुकी है।
रंगदारी से जुड़े एक केस के सिलसिले में मुन्ना की कोर्ट में पेशी होनी थी, मुन्ना बजरंगी की गिनती पूर्वांचल के कुख्यात अपराधियों में होती है, मुन्ना बजरंगी के परिजनों ने पहले ही आशंका जताई थी कि बागपत जेल में उनकी हत्या हो सकती है।
29 जून को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह ने कहा था कि जेल में उनके पति की जान को खतरा है, सीमा सिंह ने अपने पति मुन्ना बजरंगी को यूपी स्पेशल टास्क फोर्स और पुलिस के उच्चाधिकारियों द्वारा फर्जी एनकाउंटर में मारे जाने की साजिश रचने का आरोप लगाया था।
सीमा सिंह ने कहा था, मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक ये बात पहुंचाना चाहती हूं कि मेरे पति की जान को खतरा है, उन्हें उचित सुरक्षा दी जाए, उनके फर्जी एनकाउंटर की योजना बनाई जा रही है।