एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
दुर्भाग्य कहा जाए या लापरवाही लेकिन कुछ घटनाओं के बाद सिवाए पछताने के कुछ रह जाता हैं। तो वो होता हैं ,दुख और आसूँ, ऐसी ही एक घटना बिजनौर की हैं, जहाँ खेल खेल में दो परिवारों के चिराग़ बुझ गए।
बिजनौर के गांव पिलाना में दो बच्चे लुकाछिपी का खेल खेलते समय एक व्यक्ति के घर में रखे पुराने संदूक के अंदर छुपकर बैठ गए। तभी गलती से संदूक का कुंदा लग गया।
दोनों बच्चों के घर न पहुंचने पर परिजनों ने गांव वालों के साथ उन्हें तलाशना शुरू किया, लेकिन बच्चों का पता नहीं लग सका, काफी देर तक तलाशने के बाद उनकी नजर घर में रखे संदूक पर पड़ी।
संदूक के खोलने पर दोनों बच्चे बेहोश अवस्था में मिले, परिजन दोनों बच्चों को उपचार के लिए बिजनौर ले गए। उपचार के दौरान दोनों बच्चों की मौत हो गई, मौत होने पर दोनों परिवारों में कोहराम मच गया।
थाना हीमपुर दीपा क्षेत्र के पिलाना निवासी रामवीर त्यागी का पुत्र अथर्व गांव के प्राइमरी स्कूल में कक्षा दो का छात्र था।जबकि गांव के ही महेंद्र प्रजापति का पुत्र मानव प्रजापति गांव के गायत्री विद्या मंदिर पब्लिक स्कूल में नर्सरी का छात्र था।
गुरुवार को स्कूल की छुट्टी होने के बाद अपने-अपने घर पहुंचे, बच्चे कुछ देर खेलने की बात बताकर घर से निकले थे, लोगों के अनुसार दोनों बच्चे गांव के कुछ बच्चों के साथ लुकाछिपी का खेल रहे थे, दोनों बच्चे खेल खेलते समय एक व्यक्ति के घर में रखे पुराने संदूक के छिपकर बैठ गए थे, यह घटना एक बड़ी सीख देती हैं, कि बच्चों की हरकतों पर ध्यान रखें और उन्हें ज्यादा देर अकेला न छोड़ें।