एनपी न्यूज़ नेटवर्क | Navpravah.com
योगी सरकार की महिला एवं बाल कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने मान लिया है कि देवरिया के मां विंध्यवासिनी शेल्टर होम में लड़कियों का शारीरिक शोषण हुआ था।
रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि हालांकि अभी रिपोर्ट आना बाकी है लेकिन उन्हें लगता है कि बच्चियों के साथ यौन शोषण हुआ है, उन्होंने कहा कि अगर लड़की ने ऐसा आरोप लगाया है तो सरकार यह मानकर चल रही है कि ऐसा हुआ होगा।
विपक्षी दलों पर इस संवेदनशील मामले पर सियासत करने का आरोप लगाते हुए बहुगुणा ने कहा कि सभी इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे है, जिसमें वे लोग भी शामिल हैं जिनके शासनकाल में ऐसी संस्थाए खोली गई थीं।
मामले की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय जांच दल एडीजी अंजू सिंह के नेतृत्व में देवरिया गई थी, जिसने मां विध्यवासिनी शेल्टर होम में बच्चों का बयान भी दर्ज किया और साथ ही दस्तावेजों का भी निरीक्षण किया गया 42 बच्चों का नाम था।
इस उच्चस्तरीय जांच दल से बात करने के बाद बहुगुणा ने सवाल किया है कि मान्यता खत्म होने के बाद भी पुलिस द्वारा इस संस्था में बच्चे क्यों और कैसे भेजे गए इस बात जांच होनी चाहिए।
बहुगुणा ने कहा कि डीपीओ, जिला प्रोबेशन अधिकारी और बाल अधिकारी की भी जांच हो रही है, मामले से संबंधित किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा, बहुगुणा ने आरोप लगाया कि देवरिया के शेल्टर होम को 2010 में मान्यता मिली थी, जिसे पिछली सरकार ने बहुत सी सुविधाएं दी गई थीं।