सौम्या केसरवानी | Navpravah.com
युवक का अपहरण कर 10 करोड़ की जमीन का बैनामा कराने के आरोपी देवरिया के जिला पंचायत अध्यक्ष रामप्रवेश यादव उर्फ बब्लू की तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। जिला पंचायत अध्यक्ष को भगोड़ा घोषित करते हुए पुलिस ने 10 हजार का इनाम भी घोषित कर दिया है। आज पुलिस अपहृत युवक का दीपक मणि त्रिपाठी का धारा 164 सीआरपीसी के तहत कोर्ट में कलम बंद बयान दर्ज कराएगी।
शहर के देवरिया खास निवासी दीपक मणि उर्फ पीयूष पुत्र स्व.मंगलेश्वर मणि के अनुसार, उसका 20 मार्च को सलेमपुर से अपहरण कर लिया गया था। एक माह तक देवरिया, गोरखपुर और बस्ती में विभिन्न जगहों पर बंधक बनाकर रखा गया। इस दौरान उन्हे जमीन बैनामा करने को विभिन्न तरह से टार्चर किया गया। मारा पीटा गया तथा जबरन नशे का इंजेक्शन लगाया गया।
एक ही दिन दीपक से उनकी 10 करोड़ की जमीन जिला पंचायत अध्यक्ष राम प्रवेश यादव, उनकी माता मेवाती देवी, भाई अमित कुमार यादव, मधु देवी पत्नी ब्रह्मानंद चौहान के नाम से रजिस्ट्री करा लिया गया। इसमें राम प्रवेश यादव ने अपने नाम करीब 5 करोड़ कीमत का दो बैनामा कराया। एसपी रोहन पी कनय ने कहा कि रजिस्ट्री कार्यालय में बिना किसी बड़े अधिकारी के 10 करोड़ की संपत्ति का बैनामा करने से रजिस्ट्री आफिस भी संदेह के घेरे में आ गया है।
अपहरण कर व ड्रग्स देकर असलहे की नोक पर जबरन युवक से10 करोड़ की जमीन रजिस्ट्री कराने की जांच होगी। इस मामले में रजिस्ट्री कार्यालय भी सवालों के घेरे में आ गया है। बिना किसी बड़े अधिकारी के इतना बड़ा बैनामा होने पर सवाल उठने लगा है। पुलिस टीम ने अपहृत युवक दीपक मणि को शहर के निकट अमेठी मंदिर स्थित पूर्व सांसद व सपा के राष्ट्रीय महासचिव रमाशंकर विद्यार्थी के कटरे से बरामद किया। यहाँ दीपक का हाथ-पैर बांधकर रखा गया था और चार लोग रखवाली कर रहे थे। पुलिस भी इस मामले में तब सक्रिय हुई युवक के अपरण की शिकायत मुख्यमंत्री तक पहुंच गयी।
एसपी के इस मामले में विशेष रूचि लेने पर पुलिस ने छापेमारी कर 40 दिन से बंधक दीपक को बरामद कर चार अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा युवक का अपरहण कर उसकी 10 करोड़ की संपत्ति बैनामा कराने के मामले में पुलिस की जांच आगे बढ़ने के साथ ही कई और लोगों की गर्दन भी फंस सकती है।
युवक का अपहरण कर 40 दिन बंधक बनाकर रखने में जिला पंचायत अध्यक्ष की कईयों ने मदद की है। देवरिया के अलावा गोरखपुर, बस्ती में भी विभिन्न जगहों पर युवक को बंधक बनाकर रखा गया। पुलिस दीपक से पूछताछ के आधार पर तथा सर्विलांस की मदद से जांच को आगे बढ़ा रही है। अपरहरण के दिन से जिला पंचायत अध्यक्ष, उनके भाई और बैनामे कराने वालों के लोकेशन और किन लोगों से बात हुई पुलिस इन सभी विन्दुओं की जांच करने में जुट गयी ।