ब्यूरो | नवप्रवाह डॉट कॉम
गोपालगंज | बिहार के गोपालगंज से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। गोपालगंज में शिक्षक नियुक्ति में फ़र्ज़ीवाड़े का ख़ुलासा करना एक क्लर्क को भारी पड़ गया। क्लर्क अजय कुमार की दिन दहाड़े गोली मार कर हत्या कर दी गई।
अजय कुमार शिक्षा विभाग में क्लर्क के पद पर तैनात थे और भोरे के मिश्र बतरहा के रहने वाले थे। ख़बर के मुताबिक़, उन्होंने शिक्षा विभाग के तत्कालीन डीपीओ के साथ मिलकर फर्जी नियोजन से जुड़े बड़े रैकेट को लेकर दस्तावेज सौंपे थे तभी से वो फर्जी नियोजन से जुड़े शिक्षा माफियाओं की नजर में थे। शिक्षा माफ़ियाओं ने पहले तो डीपीओ का तबादला कराया उसके बाद रिकॉर्ड रूम में आग लगा दी। रिकॉर्ड रूम में सभी फ़र्ज़ी नियोजन की जाँच का दस्तावेज़ था।
जानकारी के मुताबिक़, शिक्षा माफ़ियाओं ने अजय कुमार पर भी दबाव बनाया था। इसी के आधार शक की सुई शिक्षा माफ़ियाओं पर घूम रही है। अजय कुमार के सहयोगी ने बताया कि सदर अस्पताल में अगर लापरवाही न हुई होती तो शायद अजय कुमार जीवित रहते।
अजय के साथी चंदन ने बताया कि अस्पताल में मात्र एक कंपाउंडर मौजूद था। हमने ऑक्सीजन के लिए के लिए कई बार सीएस को फ़ोन किया लेकिन सिलिण्डर नहीं मिला। अजय कुमार तड़पते रहे और इसी लापरवाही की वजह से उनकी मृत्यु हो गई।