एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही जनता को अपनी जिम्मेदारी समझाने से चूकते न हों लेकिन उनके शासनकाल में उत्तर प्रदेश की बढ़ती आपराधिक घटनाओं के नियंत्रण में जरूर चूक हो रही है। मामला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के इटौंजा क्षेत्र का है जहां बाइक पर जा रहे एक पति पत्नी के साथ ऐसा अपराध हुआ जिसने कुछ ही पलों में उनकी दुनिया उजाड़ दी।
बाइक से जा रहे दंपति की चेन लूटकर भागते हुए अपराधी ने धक्का देकर उन्हें गिरा दिया जिससे पति की मौके पर ही मौत हो गई। दैनिक जागरण में प्रकाशित ख़बर के अनुसार मड़ियांव के बसंत बिहार कॉलोनी के रहने वाले पेशे से कैशियर राम नारायण दीक्षित अपनी पत्नी नीलम के साथ कसावां अटरिया सीतापुर स्थित अपनी ससुराल से बुधवार शाम लगभग साढ़े सात बजे वापस अपने घर लौट रहे थे। नॉवेल कॉलेज और बाबपुरवा मोड़ के बीच बाइक सवार दो बदमाशों ने नीलम की चेन लूटने के इरादे से झपट्टा मारा लेकिन कामयाब न हो सके। बदमाश उनका पीछा करने लगे। इससे घबराकर दंपति ने गाड़ी रोकी और मदद की गुहार लगाने लगे। बदमाश बाइक सवारों ने रामनारायण की बाइक पर ठोकर मारकर उन्हें गिरा दिया। ठोकर लगते ही दम्पत्ति सड़क में घिसटते हुए जा गिरे। रामनारायण डिवाइडर से जा टकराये जिस कारण उनकी घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई। नीलम गंभीर रूप से घायल हो गईं।
सड़क पर तड़पती हुई नीलम की ओर पीछे बैठा बाइक सवार दौड़कर आया और उनके गले से चेन छीनकर भाग गया। राहगीर कुछ समझ पाते इससे पहले ही दोनों बाइक सवार मौके से फरार हो गए। खबर के मुताबिक पुलिस को फोन किया गया। लेकिन पुलिस समय से नहीं पहुंची। जिसके बाद राहगीरों ने ही दम्पति को रामसागर मिश्र सौ शैय्या अस्पताल पहुंचाया जहां पर रामनारायण को डॉक्टरों ने मृत करार दे दिया।
खबर के ही अनुसार होश में आने के बाद नीलम ने कहा कि, ‘ बदमाश मांगते तो चेन क्या लाखों के जेवर कुर्बान कर देती। लुटेरों ने मंगलसूत्र ही नहीं मेरा सुहाग भी छीन लिया। अब मेरे बच्चों की कौन देखरेख करेगा।’ खून से लथपथ नीलम की इन बातों को सुनकर किसी की भी रूह कांप उठेगी। पूरे परिवार में मातम छाया हुआ है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी में घटी ये दुर्घटना प्रदेश सरकार की नींद उड़ा पाने में कामयाब होती है ये तो नहीं पता लेकिन प्रशासन की कार्यशैली और पुलिस की तत्परता पर प्रश्न चिन्ह जरूर लग जाता है।