एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
बिहार के भोजपुर जिले में एक महिला को दिनदहाड़े निर्वस्त्र कर पिटाई करने और सरे बाज़ार घुमाने के मामले में पुलिस ने 360 लोगों के खिलाफ 3 मुकदमें दर्ज किए हैं। जिनमें नामजद 15 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, महिला को निर्वस्त्र घुमाने के मामले में देर रात भोजपुर पुलिस ने इलाके में छापेमारी की और 15 लोगों को हिरासत में लिया।
इन सभी लोगों से पूछताछ चल रही है और पुलिस उन लोगों को पहचानने की कोशिश कर रही है जो महिला को निर्वस्त्र कर उसे पीटने और बाजार घुमाने के लिए शामिल थे। ये पूरी वारदात कल की है, जब बिहिया रेलवे स्टेशन के पास 20 वर्षीय विमलेश शाह का शव रेलवे ट्रैक पर बरामद हुआ था, लाश मिलने के बाद आक्रोशित लोगों ने वहां जमकर उत्पात मचाया और दुकानों में लूटपाट भी की।
इस हंगामे के थोड़ी देर बाद आक्रोशित लोगों ने आरोप लगाया कि युवक की हत्या के पीछे बिहिया बाजार के रेड लाइट इलाके में रहने वाला एक परिवार जिम्मेदार है, इसके बाद भीड़ ने इस रेड लाइट इलाके पर हमला बोल दिया और 5 घरों में आगजनी की।
इतने पर भी लोगों का गुस्सा शांत नहीं हुआ, उन्होंने उस परिवार की एक महिला को खींचकर बाहर निकाला जिसके ऊपर युवक की हत्या का आरोप है और फिर उसे निर्वस्त्र कर उसकी जमकर पिटाई की।
हद तो तब हो गई जब मौके पर मौजूद बिहिया थाने के अधिकारी और पुलिस इस दौरान मूकदर्शक बने रहे और उपद्रवियों को जमकर उत्पात मचाने की छूट दे दी, इसके बाद देर शाम गुस्साए लोगों ने बिहिया रेलवे स्टेशन से गुजर रहे तीन ट्रेनों पर भी हमला बोल दिया।
आज सुबह भोजपुर के डीएम और एएसपी ने पीड़ित महिला से बिहिया पुलिस स्टेशन में मुलाकात की, दोनों अधिकारियों ने महिला से मिलकर देर तक पूछताछ भी की, उधर, प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने वाले किशोरी यादव को भी पहचान के लिए पीड़िता के सामने पेश किया गया।
पीड़िता के बेटे ने इस मामले में जहां न्याय की गुहार लगाई है, वहीं मृतक विमलेश शाह की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि उसकी गर्दन की हड्डी टूटी हुई थी, जिससे ये साफ हो गया है कि उसकी हत्या करने के बाद शव वहां फेंका गया था।