एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
जलालाबादः अफगानिस्तान के पूर्वी शहर जलालाबाद में रविवार को सिखों को निशाना बनाकर किए गए भीषण विस्फोट में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई तथा कई अन्य घायल हो गए। बता दें, आत्मघाती हमले में मरने वालों में सिख नेता अवतार सिंह भी शामिल हैं। अवतार सिंह खालसा अफगानिस्तान के आगामी चुनावों में एकमात्र सिख उम्मीदवार थे।
We strongly condemn the terror attacks in Afghanistan yesterday. They are an attack on Afghanistan's multicultural fabric. My thoughts are with the bereaved families. I pray that the injured recover soon. India stands ready to assist the Afghanistan government in this sad hour.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 2, 2018
गवर्नर के प्रवक्ता अतुल्लाह खोगयानी ने एएफपी को बताया कि यह हमला प्रांत के गवर्नर के परिसर से कुछ ही सौ मीटर की दूरी पर स्थित एक बाजार में हुआ है, जहां राष्ट्रपति अशरफ गनी बैठक कर रहे थे। उन्होंने एएफपी को बताया कि 19 मृतकों में से 12 सिख और हिंदू हैं। 20 अन्य लोग घायल भी हो गये। मारे गए सिख समुदाय के लोग राष्ट्रपति से मुलाकात करने के लिए जा रहे थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले की निंदा करते ट्वीट किया है कि ‘हम रविवार को अफगानिस्तान में हुए आतंकी हमलों की कड़ी निंदा करते हैं। यह अफगानिस्तान की बहुलतावादी सांस्कृतिक संरचना पर हमला है। हमले से शोकसंतप्त परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। मैं प्रार्थना करता हूं कि हमले में घायल लोगों के जल्द स्वस्थ हो जाए। इस दुख भरे क्षण में भारत अफगानिस्तान के सहयोग के लिए तैयार है।
इस्लामिक स्टेट ने अपनी आधिकारिक समाचार एजेंसी अमाक के माध्यम से एक वक्तव्य जारी कर इस हमले की जिम्मेदारी ली है। इस्लामिक स्टेट ने अपने इस दावे के पक्ष में कोई ठोस प्रमाण नहीं दिया है। गौरतलब है कि अफगानिस्तान एक मुस्लिम राष्ट्र है लेकिन देश में हिंदुओं और सिखों की एक छोटी संख्या है। अफगानी संसद में सिख एवं हिन्दू समुदाय के लिए एक सीट आरक्षित है। लेकिन बढ़ते हुए खतरे और लगातार मिलती धमकियों के कारण कई प्रांतों से हिन्दू और सिख समुदाय के लोग देश छोड़कर चले गए हैं। ज्यादातर लोगों ने भारत में शरण ली है