अमित द्विवेदी,
मोदी सरकार की ‘ज़रा मुस्कुरा दो’ कार्यक्रम की ज़ोरदार तैयारी ने कांग्रेस के चेहरे की मुस्कान एकदम उड़ा दी है। वहीं किसी ज़माने में राजीव गाँधी के बेहद करीबी दोस्त रहे अमिताभ बच्चन का कार्यक्रम में शिरकत करना उनके जले पर नमक जैसा हो गया है।
वैसे तो पनामा पेपर्स में अमिताभ का नाम आने के बाद कांग्रेस पार्टी बिना नाम लिए अमिताभ की आलोचना करती आ रही थी, लेकिन अब कांग्रेस पूरी तरह खुलकर उनके विरोध में सामने आ गई है।
अमिताभ बच्चन मोदी सरकार के दो साल पूरे होने पर इंडिया गेट पर होनेवाले एक कार्यक्रम का हिस्सा बनने जा रहे हैं। कांग्रेस का कहना है, “हम अमिताभ के कार्यक्रम की होस्टिंग के खिलाफ नहीं हैं लेकिन पनामा पेपर मामले की जब जांच हो रही है तो जांच एजेंसियों में इस बात से क्या संकेत जाएगा?”
अमिताभ ने कांग्रेस के इस विरोध पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आर. माधवन कार्यक्रम की मेजबानी कर रहे हैं, वे नहीं। वे सिर्फ ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ से जुड़ा कार्यक्रम करने वाले हैं।
अमिताभ के बेटे अभिषेक बच्चन ने भी इस विषय में पूछे जाने पर कहा कि अमिताभ बच्चन किसी राजनीतिक कार्यक्रम की मेजबानी नहीं कर रहे। अभिषेक ने कहा कि वे उस कार्यक्रम का हिस्सा हैं जहाँ वे बच्चियों को शिक्षित किए जाने के बारे में बात करेंगे। वह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है।
पनामा पेपर्स के बहाने अमिताभ बच्चन पर निशाना साधने के पीछे की असली वजह कांग्रेस और बच्चन परिवार के चढ़ते-उतरते रिश्तों की लंबी कहानी है। एक समय कांग्रेस से बेहद करीब रहे अमिताभ बोफोर्स घोटाले के बाद कांग्रेस और राजनीति से एकदम दूर हो गए। लेकिन बाद में शिवसेना,सपा और आगे चलकर भाजपा से उनके करीबी रिश्ते कांग्रेस को बिलकुल रास नहीं आ रहे।
बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता ऋषि कपूर ने कांग्रेस द्वारा अमिताभ बच्चन के विरोध का खंडन किया है । उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार के दो साल होने के अवसर पर होने वाले कार्यक्रम में अमिताभ बच्चन के हिस्सा लेने पर कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों की ओर से हो रहे हमले पर कहा,” अमिताभ बच्चन बॉलीवुड के सबसे महान कलाकार हैं और वे एक बड़े ही सम्मानित व्यक्ति हैं। उनके ऊपर किसी भी तरह का बेबुनियाद इल्ज़ाम लगाना जायज़ नहीं है।”