ब्यूरो,
असम विधानसभा चुनाव में अप्रतिम जीत के बाद भाजपा का आत्मविश्वास काफी बढ़ा नज़र आ रहा है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने विश्वास दिलाया है कि उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनावों में पार्टी पूर्ण बहुमत हासिल कर सरकार बनाएगी। शाह ने गुजरात में भी फिर से सरकार बनाने का विश्वास व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल को हटाए जाने की खबरों को खारिज किया है।
उत्तराखंड पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन तकनीकी कारणों से लगाया गया था। उन्होंने कहा कि वहां सत्ता के खिलाफ भारी असंतोष है और अगर आज चुनाव हो जाएं तो आज बीजेपी की सरकार बन जाएगी। केन्द्र में बीजेपी सरकार के दो साल पूरे होने के अवसर पर शाह ने यह भी दावा किया कि उत्तराखंड में जब भी चुनाव होंगे उनकी पार्टी की ही सरकार बनेगी।
असम की जीत और केरल में पार्टी को मिले मतों से उत्साहित बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी बीजेपी की मुख्य प्रतिद्वन्दी होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जीत हासिल करना असम से आसान होगा क्योंकि वहां पार्टी के पास अपनी ताकत है। वहां पार्टी ने गत लोकसभा चुनावों में 80 में से 71 सीटों पर विजय प्राप्त की थी। बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि अभी यह फैसला नहीं किया गया है कि पार्टी उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के लिए किसी नाम का ऐलान करेगी भी या नहीं। केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल के बारे में पूछे जाने पर शाह ने कहा कि जैसी ज़रूरत होगी वैसा किया जाएगा।
हाल में चार राज्यों और एक केन्द्र शासित प्रदेश में हुए विधानसभा चुनावों के बारे में पूछे गए एक सवाल पर उन्होंने कहा कि वह केरल के परिणाम से सबसे अधिक खुश हैं। वहां पार्टी को 10 फीसदी से अधिक वोट मिले हैं। शाह ने कहा कि लोगों ने हमारी नीतियों पर हमें वोट दिया है और आगे भी हम अपने विकास के एजेन्डा पर बढ़ते रहेंगे।
कांग्रेस मुक्त भारत के बीजेपी के नारे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस नारे का अर्थ देश को उस अव्यवस्था से मुक्ति दिलाना है जो कांग्रेस ने फैला रखी है। उस पार्टी ने अपने निहित स्वार्थ के लिए जनहित को पूरी तरह ताक पर रख दिया था। वैसे अब जनता इस बात से भली भाँति परिचित हो गई है। इसलिए कांग्रेस का जनाधार तेज़ी से सिकुड़ता जा रहा है।
राज्यसभा में संख्या बल के चलते सरकार के महत्वपूर्ण विधेयकों के रूक जाने के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में शाह ने कहा कि राहुल अगर राजनीति छोड़कर राष्ट्रीय हित पर ध्यान दें और विकास को महत्त्व दें तो सारी समस्या ही समाप्त हो जाए।