मुंबई पुलिस की स्पेशल ब्रांच की टीम ने जाकिर नाईक के सैकड़ों वीडियोज़ की जांच की। उनके वीडिओज़ से पता चलता है कि वो इस्लाम धर्म की दूसरे धर्मों से तुलना कर उन्हें कमतर बताते हैं और लोगों को धर्मान्तरण के लिए उकसाते हैं। वो अलग-अलग सन्दर्भ का हवाला देकर आतंक का भी समर्थन करते हैं।
ज़ाकिर नाईक और उसके फाउंडेशन पर कुल 72 पेज की जांच रिपोर्ट बनी है। नाईक के संगठन को मिलने वाली आर्थिक सहायता की जांच EOW कर रही है। साथ ही राज्य के कानून और विधि मंत्रालय से राय मांगी गई है कि क्या ज़ाकिर नाईक के खिलाफ UAPA के तहत मामला बनता है?
महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फणडवीस ने भी इसकी पुष्टि करते हुए कहा,” मुंबई पुलिस ने जाकिर नाईक के फाउंडेशन पर एक रिपोर्ट दी है। सरकार इसका अध्ययन कर रही है। इस रिपोर्ट में जाकिर के फाउंडेशन के खिलाफ कई अवैध कार्यों का जिक्र किया गया है। हम इस रिपोर्ट को केंद्रीय गृह मंत्रालय के साथ साझा करेंगे और उस पर जरूरत के हिसाब से एक्शन लेंगे।”
बता दें कि कल ही मुंबई के नागपाड़ा पुलिस थाने में भी ज़ाकिर नाईक के गेस्ट रिलेशन अफसर अर्शी कुरैशी के खिलाफ UAPA के तहत मामला दर्ज हुआ है। इसकी जांच क्राइम ब्रांच कर रही है।