नृपेंद्र कुमार मौर्य | navpravah.com
नई दिल्ली | योगेश्वर दत्त ने हाल ही में विनेश फोगाट के कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ने के फैसले पर एक निजी चैनल को दिए साक्षात्कार में अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने कहा कि राजनीति में जाना व्यक्तिगत विकल्प है लेकिन देश को सच्चाई का पता होना चाहिए। उन्होंने पिछले एक साल की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि ओलंपिक में विनेश का डिसक्वालिफाई होना और पहलवानों का जंतर-मंतर पर आंदोलन, दोनों ही मामलों ने भारत की गलत छवि पेश की है।
योगेश्वर ने यह भी कहा कि जब कोई खिलाड़ी ओलंपिक में डिसक्वालिफाई होता है, तो उसे पूरे देश के सामने माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि विनेश के मामले में इसे साजिश का नाम दिया गया और पीएम मोदी पर अनावश्यक आरोप लगाए गए। उन्होंने कहा कि जंतर-मंतर पर हुए आंदोलन में भी गलत जानकारी फैलाई गई और लोगों को एकत्रित किया गया। ऐसा माहौल बनाने का कोई औचित्य नहीं है, खासकर जब देश को एक मेडल का नुकसान उठाना पड़ा हो।
जब उनसे पूछा गया कि राजनीति और कुश्ती में क्या फर्क है, तो उन्होंने कहा कि कुश्ती कहीं ज्यादा आसान है। राजनीति में झूठ बोलना और लोगों को भ्रमित करना सबसे गलत बात है। योगेश्वर का मानना है कि राजनीति का उद्देश्य समाज की भलाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राजनीति में सिर गिने जाते हैं, जबकि कुश्ती में आपकी ताकत मायने रखती है।
उन्होंने यह भी कहा कि अगर वे पहले चुनाव में जीत जाते, तो शायद उन्हें बहुत कुछ सीखने का मौका नहीं मिलता। बीजेपी के प्रति उन्होंने कोई विरोध नहीं जताया और कहा कि हरियाणा में बीजेपी की सरकार फिर से बनने जा रही है। उन्होंने कहा कि लोगों में बीजेपी को जीताने की भावना है और कुछ लोग माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।