लखनऊ। नागरिकता संसोधन कानून (CAA) के विरोध में दिल्ली की शाहीनबाग की तरह अब लखनऊ के घंटाघर में महिलाओं और बच्चों को प्रदर्शन जारी है। जुमे की नवाज के बाद से ही शुरु हुआ महिलाओं और बच्चों का यह प्रदर्शन अभी भी जारी है। प्रदर्शनकारी महिलाएं रातभर मौके पर डटी रहीं। इन महिलाओं के हाथ में CAA व NRC के विरोध की तख्तियां भी हैं।
वहीं पुलिस ने देर शाम महिलाओं को समझाने की कोशिश की, लेकिन जब वे नहीं मानी तो घंटाघर की स्ट्रीट लाइट बंद कर दी गई। इसके बाद भी महिलाएं वहां डंटी रहीं। घंटाघर पर धरने की खबर मिलते ही काफी संख्या में पुलिस मौके पर पहुंची और धरने पर बैठी महिलाओं को समझाने का प्रयास किया। लेकिन, महिलाओं ने पुलिस को जिलाधिकारी संबोधित ज्ञापन सौंप धरना समाप्त करने से इंकार कर दिया।
जानकारी के मुताबिक, महिलाओं ने डीएम से धरना देने में सहयोग कर उनकी आवाज को न दबाने की अपील की है। धरने में शामिल शबीह फातिमा व रेहाना ने केंद्र सरकार से NRC व CAA लागू न करने की अपील की। कहा कि, CAA में मुसलमानों को शामिल न कर सरकार हिंदू-मुस्लिम एकता को तोड़ना चाहती है
इस कानून को लागू कर मुस्लिम समुदाय की धार्मिक भावनाओं पर हमला करने की कोशिश की जा रही है। NRC लागू कर सरकार गरीब लोगों को फिर से एक बार लाइन में खड़ा कर देगी। देश के नागरिकों को अपने भारतीय होने का सबूत देने के लिए दर-दर भटकना होगा।
धरने में शामिल रुखसाना जिया, रिजवाना व फरेहा सहित अन्य महिलाओं ने अनिश्चितकालीन धरना देने का एलान किया। इसके बाद से घंटाघर पार्क में काफी संख्या में पुलिस खासकर महिला कर्मी तैनात हैं। इस बीच घंटाघर पार्क के आसपास की लाइट काट दी गई है।