एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
पंजाब नेशनल बैंक की छवि आज भले धूमिल हुई हो गयी हो, लेकिन इस बैंक का अपना एक इतिहास रहा हैbv इसकी शुरुआत पाकिस्तान के लाहौर शहर में हुई थी।
बैंक को राष्ट्रीय सम्मान के तौर पर स्वदेशी आंदोलन के तहत स्थापित किया गया था। इसे शुरू कराने में लाला लाजपत राय जैसे स्वतंत्रता आंदोलन के बड़े नेता के प्रयास रहे हैं। आज के दौर में यह बैंक एक मल्टीनेशनल बैंक है। इसकी दुनियाभर में शाखाएं हैं।
बंटवारे के बाद अगर पीएनबी बैंक भारत के हिस्से में नहीं आता तो आज यह पाकिस्तानी बैंक होता, यह वही बैंक है।जिसमें चर्चित जलियावाला बाग कांड समिति का अकाउंट था।
भारत का पंजाब नेशनल बैंक पिछले दो महीने से काफी चर्चा में रहा है। नीरव मोदी और मेहुल चौकसी को दिए गए लोन और उसके बाद घोटाले के बाद खुलती परत दर परत ने बैंकिंग सिस्टम को हिला कर रख दिया है।
पीएनबी को शुरू करने का सबसे पहला विचार राय मूल राज को आया था। इसमें दयाल सिंह मजीठिया और लाला कृष्ण लाल जैसे नेता शामिल थे। पीएनबी से लाला लाजपत राय सक्रिय रूप से जुड़े थे। पीएनबी की वेबसाइट के अनुसार, लाला लाजपत राय को ही बैंक का फाउंडर माना गया है।
पीएनबी में अकाउंट खोलने वाले लाला लाजपत राय पहले व्यक्ति थे। लाहौर के अनारकली बाजार स्थित बैंक ब्रांच में उन्होंने अकाउंट खोला था। उनके छोटे भाई ने बतौर मैनेजर बैंक ज्वाइन किया था।
भारत के बाहर पीएनबी 9 देशों में मौजूद है। इसमें तीन ब्रांचेज (दो हांगकांग और एक डीआईएफसी, दुबई में), तीन रिप्रजेंटेटिव आफिस (शंघाई, दुबई और सिडनी) और तीन सब्सिडियरीज (लंदन, कजाकिस्तान और भूटान) शामिल है।