अनुज हनुमत,
उरी हमले को अभी ज्यादा समय नही बीता और अब जम्मू कश्मीर के पंपोर में पिछले 24 घंटे से आतंकियों के साथ मुठभेड़ जारी है आतंकी कश्मीर उद्यमिता विकास संस्थान (जेकेईडीआई) सरकारी बिल्डिंग में छिपकर फायरिंग कर रहे हैं। इस मुठभेड़ में सोमवार को दो जवान जख्मी हुए।
आतंकियों को खत्म करने के लिए मंगलवार को कमांडो ऑपरेशन या बिल्डिंग उड़ाने का फैसला लिया जा सकता है। वहीं, रात में करीब 12 बजे और दो बजे एक बार फिर भारी फायरिंग की आवाज सुनी गई है।
सबसे खास बात यह है कि श्रीनगर से 15 किलोमीटर दूर पंपोर में जेकेईडीआई की हॉस्टल इमारत का नक्शा पिछले 24 घंटे में बदल चुका है और बिल्डिंग से लगातार धुंआ निकल रहा है। बिल्डिंग की एक मंजिल आग में जल चुकी है और रह रहकर अंदर से फायरिंग हो रही है। बाहर सेना इन आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देने में जुटी हुई है।
गौरतलब हो कि , सोमवार सुबह 6. 30 बजे के बाद से बिल्डिंग आतंकियों के कब्जे में है। कहा जा रहा है कि बिल्डिंग के सातवें फ्लोर पर 2-3 आतंकी छिपे हो सकते हैं। आतंकियों के इमारत में मौजूद होने का सबूत है अंदर से हो रही फायरिंग है। इस फायरिंग में अब तक दो जवानों के जख्मी होने की खबर आ रही है।
खबरों की माने तो सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए परिसर को चारों ओर से घेर रखा है और श्रीनगर से लगभग 12 किलोमीटर दूर झेलम नदी के किनारे स्थित जेकेईडीआई की सात मंजिली इमारत में आतंकवादी घुस गए, जहां से वे गोलीबारी कर रहे हैं।
सूत्रों का कहना है कि इंस्टीट्यूट में घुसे आतंकवादी झेलम नदी से बोट में बैठकर आए. यह नदी पाकिस्तान में बहती है. शक है कि बिल्डिंग से सटे शालिन गांव से आतंकी बिल्डिंग में घुसने में कामयाब हुए थे। झेलम नदी के रास्ते आतंकियों के घुसने का शक है।
सेना के सामने इस समय दो विकल्प हैं – एक तो कमांडो अंदर घुसकर सीधे आतंकियों का मुकाबला करें । दूसरा विकल्प ये है कि आईईडी लगाकर बिल्डिंग गिरा दी जाए। फिलहाल अभी किसी विकल्प पर अंतिम फैसला नहीं हुआ है।
आपको बता दें की ईडीआई की हॉस्टल बिल्डिंग में 60 कमरे हैं। हालांकि, हॉस्टल में हमले के वक्त कोई नहीं था। बताया जा रहा है कि इस वक्त सिर्फ एक कुक था, जिसने आग लगने के बाद दमकल कर्मियों को बुलाया था और संस्थान परिसर में तीन इमारतें हैं, जिसमें एक गेस्ट हाउस, एक हॉस्टल कॉम्प्लेक्स और मुख्य कार्यालय इमारत है। यह परिसर 3.5 एकड़ में फैला है ।
इससे पहले भी ईडीआई की बिल्डिंग में फरवरी में आतंकी हमला हुआ था। उस समय 48 घंटे तक 3 आतंकी बिल्डिंग में छिपे रहे थे, जिन्हें अंत में मार गिराया गया था। ऑपरेशन में पांच सुरक्षाकर्मी और एक नागरिक शहीद हुए थे, पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक के बाद कश्मीर में आतंकी की चौथी बड़ी वारदात है। नौगाम, बारामूला और लंगेट में भी आतंकी हमले हो चुके हैं। अभी तक यह स्पष्ट नही हो सका है की ये आतंकी भारतीय सीमा में कहाँ से घुसे थे और इनके पास कितना गोला बारूद है।