एनपी न्यूज़ नेटवर्क | Navpravah.com
राज्यपाल राम नाईक ने आथ लखनऊ स्थित ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती उर्दू, अरबी-फारसी विवि के द्वितीय दीक्षांत समारोह में की शिरकत की, इस दौरान राज्यपाल राम नाईक ने दीक्षांत कार्यक्रम का संबोधन भी किया। साथ ही राज्यपाल राम नाईक ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को पदक एवं उपाधि प्रदान कर सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो० फुरकान कमर, विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति श्री एस०के० शुक्ला, शिक्षकगण सहित अन्य विश्वविद्यालयों के कुलपति, छात्र-छात्रायें एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। राम नाईक ने कहा कि दीक्षान्त समारोह छात्र जीवन का ऐसा क्षण है, जहाँ एक तरफ किताबी पढ़ाई पूरी होती है तो, दूसरी ओर जीवन की नई पढ़ाई यानि भविष्य में क्या करना चाहते हैं। इसके लिए परिश्रम प्रारम्भ करना होता है।
उन्होंने कहा कि छात्रों का धर्म केवल शिक्षा ग्रहण करना होता है, अच्छी शिक्षा ग्रहण करके ही आप अपने देश को आगे ले जा सकते हैं, शिक्षकों द्वारा दिए गए ज्ञान का सही उपयोग करें। उन्होंने आगे कहा कि लोगों को भ्रम है कि, इस विश्वविद्यालय में केवल उर्दू, अरबी-फारसी का ज्ञान दिया जाता है, जबकि यहाँ सभी प्रकार के विषय पढ़ाए जाते हैं। यहाँ धीरे-धीरे छात्रों की संख्या बढ़ रही है।
इस वर्ष 204 लोगों को उपाधि दी गई है जिसमें 142 छात्र और 62 छात्राएं है, उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु 25 स्वर्ण पदक प्राप्त करने वालों में 17 छात्र हैं और 8 छात्राएं हैं। राज्यपाल ने छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उनसे अलविदा लिया।