शिखा पाण्डेय । Navpravah.com
डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम के अय्याशी भरे जीवन का अंत इस तरह जेल की सलाखों के पीछे होगा, ये उसने सपने में देखे हुए किसी सपने में भी नहीं सोचा होगा। जिस ‘हनी’ की मीठी मुस्कान का आदी बनकर राम रहीम को डायबिटीज हो गई, उसके दर्शन ऐसे दुर्लभ हो जायेंगे, इसकी उसने कल्पना ही नहीं की थी। आज जब ये सब यथार्थ में बदल गया है, तो ‘बाबा’ इसे बर्दाश्त नहीं कर पा रहे। सुनारिया जेल में गुरमीत राम रहीम की तबीयत बिगड़ गई है व जेल के डॉक्टरों ने उसे राेहतक पीजीअाइ ले जाने की सलाह दी है।
विशिष्ट सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राम रहीम को पीजीआइ लाए जाने की तैयारी की जा रही है। गुरमीत राम रहीम की जांच करने चार डॉक्टरों की टीम सुनारिया जेल गए हैं। इसके मद्देजनर पीजीआइ में कड़ी सुरक्षा की गई है। कड़ी सुरक्षा के बीच उसके लिए वार्ड और कमरा भी आरक्षित कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि गुरमीत राम रहीम के लिए पीजीआइ के वार्ड 24 में रूम नंबर 105 बुक किया गया है। हनीप्रीत से नहीं मिल पाने की बेचैनी को राम रहीम की सबसे बड़ी बीमारी बताया जा रहा है।
डीएसपी डॉक्टर रविंदर ने रूम और वार्ड के आसपास सुरक्षा का जायजा लिया। आसपास के रूम भी खाली करा लिये गए हैं। पीजीआइ परिसर में हर व्यक्ति की तलाशी ली जा रही है। सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर भी सुरक्षा का जायजा लेने पीजीआइ पहुंचे, हालांकि उन्होंने इस दौरे को अपना निजी दौरा बताया।
जेल में पहुंचे एक डॉक्टर का कहना है कि गुरमीत राम रहीम मानसिक रूप से परेशान है। वह सेक्स का आदी है। इसी वजह से वह जेल में परेशान हो गया है और उसकी तबियत बिगड़ गई है। इसके अतिरिक्त वह हृदय रोग और डायबिटीज से भी पीड़ित है। उसका रक्तचाप भी बढ़ा हुआ है। पीजीआइ में इसका इलाज संभव है और इसी कारण उसे यहां लाया जा रहा है। राम रहीम का आतंक इतना फैला है कि डॉक्टर ने भी अपनी पहचान गुप्त रखने की शर्त पर ही यह जानकारी साझा की है।