शिखा पाण्डेय,
लंबे समय से कांग्रेस की तरफ से यूपी में मुख्यमंत्री पद के लिए दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के नाम पर चर्चा गर्म है। अब तक इस मुद्दे पर जवाब देने से आनाकानी करती शीला दीक्षित ने साफ कहा कि अगर पार्टी चाहेगी तो मैं लड़ूंगी। उन्होंने कहा,” मैं यूपी की बहू हूं और मेरे ख्याल से यही काफी है।”
शीला दीक्षित को दो विकल्प दिए गए थे, यूपी में शीर्ष पद या पंजाब में कांग्रेस का चुनाव प्रचार संभालने की जिम्मेदारी। शीला ने इसके लिए समय मांगा था और बाद में उन्होंने पंजाब में जिम्मेदारी संभालने से मना कर दिया।
शीला दीक्षित ने पिछले महीने कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। शुरुआत में शीला दीक्षित ने खुद को यूपी की सीएम उम्मीदवार बनाए जाने के विचार को नकार दिया था, लेकिन उन्हें अपनी राय पर दोबारा गौर करने को कहा गया था। अब उन्होंने नई भूमिका को स्वीकार करने का फैसला किया है, जिसके बाद उनका यह बयान आया है। गौरतलब है कि शीला दीक्षित के ससुर उमाशंकर दीक्षित यूपी में कांग्रेस के दिग्गज नेता थे।