शिखा पाण्डेय,
योग गुरु बाबा रामदेव की योजना है कि वे विभिन्न क्षेत्रों में करीब एक लाख छात्रों को शिक्षित करने के लिए अगले पांच वर्षों के भीतर भारत में एक विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय की स्थापना करेंगे। उन्होंने स्वयं इस इस बात की जानकारी दी व यह भी बताया कि इसके लिए पहले ही 1,500 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है।
हयूस्टन में एक कार्यक्रम में ‘योग और मन की शांति’ विषय पर बोलते हुए रामदेव ने कहा कि उन्होंने नयी दिल्ली के निकट हयूस्टन विश्वविद्यालय की तरह ही एक यूनिवर्सिटी की स्थापना की योजना बनायी है। बाबा ने बताया कि इस विश्वविद्यालय में शिक्षा का स्तर विश्व स्तरीय संस्थानों की शिक्षा के स्तर के समकक्ष होगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना पर लगभग 25,000 करोड़ रुपये की लागत आयेगी।
रामदेव ने कहा कि शिक्षा की भारतीय गुरूकुल परंपरा को फिर से शुरू करने और बढ़ावा देने के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मानव संसाधन विकास मंत्रालय से राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर वैदिक शिक्षा बोर्ड के गठन का आग्रह किया है। ।
योग गुरु ने इस बात का भरोसा दिलाया कि इस संस्थान की ख्याति उच्च शिक्षा के प्राचीन संस्थानों नालंदा और तक्षशिला के समान ही होगी ताकि दुनिया के विभिन्न हिस्सों के छात्र उच्च शिक्षा के लिए भारत को प्राथमिकता दें। उन्होंने यह भी बताया कि प्रस्तावित विश्वविद्यालय में स्वास्थ्य, व्यापार और शिक्षा पर मुख्य रूप से ध्यान दिया जायेगा।