मुंबई। नागिरकता संसोधन कानून (CAA) के खिलाफ गेटवे ऑफ इंडिया पर हुए विरोध प्रदर्शन में ‘Free Kashmir’ पोस्टर दिखाने वाली लड़की पर महाराष्ट्र की उद्धव सरकार नरम पड़ गई है। Free Kashmir’ पोस्टर दिखाने के मामले को मुंबई पुलिस बंद करने की तैयारी में है।
बता दें कि जेएनयू हिंसा और नागरिकता कानून के खिलाफ 6 जनवरी को मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर हुए विरोध प्रदर्शन हुए थे। इस दौरान महक नामक युवती ने ‘Free Kashmir’ का पोस्टर दिखाया गया था। जिसके बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेकर एफआईआर दर्ज की थी। महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार को गृह मंत्रालय ने इस पर जांच के आदेश भी दिए थे।
सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि राज्य सरकार ने इस मामले में नरम रुख अपना लिया है। बताया जा रहा है कि मुंबई पुलिस केस को बंद करने की तैयारी में है। महाराष्ट्र सरकार के इस रवैये पर राज्य बीजेपी के नेता नाराजगी जता रहे है। 6 जनवरी को गेटवे ऑफ इंडिया पर एक महिला प्रदर्शनकारी का वीडियो भी सामने आया था। वीडियो में महिला, हाथ में Free Kashmir का पोस्टर लिए दिख रही थी। इस महिला के खिलाफ मुंबई के कोलाबा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था।
इस मामले में महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख का बयान सामने आया था। उन्होंने कहा था कि अगर मकसद देश विरोधी होगा तब “Free Kashmir पोस्टर” दिखाने वाली लड़की पर कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी। गृहमंत्री ने बताया था कि पुलिस ने लड़की की शिनाख्त कर ली है। गौरतलब है कि पांच अगस्त को भारत सरकार ने जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया था।
बता दें कि 5 जनवरी को दिल्ली के जेएनयू में हुई हिंसा के विरोध में मुंबई में भी प्रदर्शन हुआ था। यह हिंसा उस वक्त हुई जब जेएनयू की लेफ्ट की छात्र इकाई के कार्यकर्ता और जेएनयू के टीचर फीस बढ़ोतरी के मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान छात्रों के बीच मारपीट हुई और देर रात तक प्रदर्शन हुआ।