एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने एक ही परिवार के सात लोगों को जिंदा जला कर मारने के मामले में मौत की सजा का सामना कर रहे व्यक्ति की दया वाली याचिका खारिज कर दी गयी है।
बिहार के वैशाली जिले के राघोपुर प्रखंड में घटी यह दिल दहला देने वाली घटना 2006 की है जिसमें जगत राय नामक व्यक्ति ने भैंस चोरी होने के मामले में विजेंद्र महतो और उसके परिवार के छह सदस्यों को जिंदा जला दिया था।
महतो ने सितंबर 2005 में भैंस चोरी होने का एक मामला दर्ज कराया था जिसमें जगत राय के अलावा वजीर राय और अजय राय को आरोपी बनाया था। ये आरोपी महतो पर मामला वापस लेने का दबाव बना रहे थे।
जगत ने बाद में महतो के घर में आग लगा दी जिसमें महतो की पत्नी और पांच बच्चों की मौत हो गई थी। आग में बुरी तरह झुलसे विजेंद्र महतो की भी कुछ महीने बाद मौत हो गई थी।
जगत राय को इस मामले में दोषी पाया गया और स्थानीय अदालत ने उसे फांसी की सजा सुनाई, बाद में हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने भी निचली अदालत की सजा बरकरार रखी।
राष्ट्रपति भवन की एक विज्ञप्ति के अनुसार, राष्ट्रपति ने महतो की दया याचिका 23 अप्रैल 2018 को खारिज कर दी, पिछले साल जुलाई में राष्ट्रपति बनने के बाद यह पहला मौका है जब कोविंद ने किसी दया याचिका पर फैसला लिया है।