खबरों के अनुसार ब्रिटिश डॉक्टर रिचर्ड जॉन बीले ने शुक्रवार को जयललिता की जांच की। बीले लंदन ब्रिज अस्पताल में कंसलटेंट इंटेंसिविस्ट हैं।अपोलो अस्पताल के अधिकारियों के अनुसार शनिवार को जयललिता के स्वास्थ्य को लेकर मेडिकल बुलेटिन जारी किया जा सकता है।
आपको बता दें कि जयललिता को 22 सितम्बर को बुखार और डिहाइड्रेशन के चलते अपोलो में भर्ती कराया गया था। अपोलो अस्पताल की ओर से बताया गया कि उनकी बुखार का इलाज किया जा रहा है और देखभाल के लिए अस्पताल में रखने की जरूरत है। बावजूद इसके अन्नाद्रमुक की कई घोषणाएं जयललिता की ओर से की जा रही हैं। इसी बीच जयललिता के स्वास्थ्य को लेकर अलग-अलग तरह की अफवाहें चल रही हैं और लोगों के बीच भी कई तरह की बातें हो रही हैं।
जयललिता की सेहत में सुधार के लिए उनके समर्थक पूजा पाठ कर रहे हैं। शुक्रवार को अस्पताल के बाहर खास पूजा और हवन किया गया। तमिलनाडु के कई हिस्सों में अन्नाद्रमुक के कार्यकर्ता और समर्थक प्रार्थनाएं कर रहे हैं। जयललिता से मिलने को केंद्रीय मंत्रीयों, अन्नाद्रमुक के नेताओं, उद्योगपति का तांता लगा है। गौरतलब है कि जयललिता के नेतृत्त्व में अन्नाद्रमुक ने लगातार दूसरी बार सरकार बनार्इ है। इसी साल हुए चुनावों में अन्नाद्रमुक ने अपनेे दम पर बहुमत हासिल किया था।
उधर विपक्षी पार्टी डीएमके के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री करुणानिधि ने कहा कि राज्य सरकार को जयललिता के स्वास्थ्य को लेकर चल रही अफवाहों को रोकना चाहिए। करुणानिधि ने कहा, ”जयललिता के स्वास्थ्य के गुप्त रहने के कारण कुछ लोग बेवजह की अफवाहें फैला रहे हैं।” उन्होंने कहा कि अन्नाद्रमुक के साथियों के जयललिता से मिलने के बारे में भी कोई खबर नहीं है। उन्होंने मांग की कि राज्य सरकार को कम से कम उनकी कोई तस्वीर ही जारी करनी चाहिए।