यूपी चुनावी दंगल: नारों से खुद को चमका रहीं राजनीतिक पार्टियां

शिखा पाण्डेय | Navpravah.com

वैसे तो चुनाव 5 राज्यों में होने हैं, लेकिन सारे देश की निगाहें उत्तर प्रदेश चुनाव पर टिकी हैं, क्योंकि वहां का चुनावी दंगल अपने अंदाज़ में निराला ही है। उत्तर प्रदेश में तीनों प्रमुख दल सपा, भाजपा व बसपा एक दूसरे को धोबी पछाड़ देने के लिए एड़ी चोटी का बल लगा रहे हैं। इसी के तहत तीनों  ने एक-दूसरे को हराने के लिए अलग अलग नारों का पिटारा खोला है। इसमें अखिलेश के नेतृत्व में सपा व भाजपा भारी पड़ रही है। वहीं बसपा ने ‘बहनजी को आने दो’ की मुख्य थीम पर कई नारे गढ़े हैं। कांग्रेस तो नारों की रेस में भी नदारद दिखाई दे रही है।

समाजवादी पार्टी आपस में भले लड़ भिड़ रही हो, पर नारे एक से एक गूँज रहे हैं। ‘जीत की चाभी, डिंपल भाभी’ ये नारा अच्छा खासा ट्रेंड में है। खबर है कि इस चुनाव में मुलायम सिंह की बहू डिंपल यादव स्टार प्रचारक होंगी।
युवाओं में सबसे अधिक ट्रेंड करने वाला नारा है ‘ये जवानी है कुर्बान, अखिलेश भैया तेरे नाम’। महिला कार्यकर्ताओं को भा रहा है, ‘हमारा सैंया कैसा हो, अखिलेश यादव जैसा हो।’ इसके अतिरिक्त ‘काम बोलता है’, ‘विकास का पहिया अखिलेश भैया’, ‘अखिलेश का जलवा कायम है, उसका बाप मुलायम है’, ‘नो कन्फ्यूजन, नो मिस्टेक, सिर्फ अखिलेश, सिर्फ अखिलेश’,’यूपी की मजबूरी है, अखिलेश यादव जरूरी है’ इत्यादि।

भारतीय जनता पार्टी ने अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार भले न घोषित किया हो, पर नारों से हुंकार भरने में कहाँ पीछे रहने वाली है। सपा परिवार को जड़ से उखाड़ने के चक्कर में पड़ी भाजपा का ट्रेंडिंग नारा है ‘बाप-बेटे के ड्रामे हजार, नहीं चाहिए सपा सरकार’। इसके अलावा जो नारे ज़ोर शोर पकड़े हुए हैं, वे हैं ‘गुंडागर्दी के ठेकेदार, नहीं चाहिए सपा सरकार’, ‘जिसमें घोटालों की भरमार, नहीं चाहिए बीएसपी सरकार’,’ट्रांसफर-पोस्टिंग से कमाया अपार, नहीं चाहिए बसपा सरकार’।

भाजपा और सपा की जद्दोजहद से पस्त बसपा ने हाथी की जगह बहनजी को ही अपना ‘सेंटर ऑफ़ अट्रेक्शन बनाया है। ‘बहनजी को आने दो’ को अपना सेंटर थीम बनाये हुए ‘गांव खुशहाल बनाने को बहनजी को आने दो’,’सर्वजन को सम्मान दिलाने को बहनजी को आने दो’, ‘नई रोशनी दिखाने को बहनजी को आने दो’,’न भ्रष्टाचार न गुंडाराज, अबकी बार बसपा सरकार’ जैसे तमाम नारे बसपा खेमे में गूँज रहे हैं।

आज, 15 जनवरी से, बहनजी के जन्मदिन के अवसर पर बसपा ने अपने आक्रामक चुनावी अभियान का आरम्भ किया है। लंबे समय तक सोशल मीडिया के गलियारे से दूरी बनाए रखने वाली मायावती की बहुजन समाज पार्टी अब इसी सस्ते, सुंदर व सघन प्रचार माध्यम का ब़़डे पैमाने पर उपयोग करने वाली है। 15 जनवरी को अपने जन्मदिन के मौके पर इसी डिजिटल मंच से वे अखिलेश सरकार व केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ आक्रामक प्रचार शुरू करेंगी। बहनजी व बसपा के लिए फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्स एप और यूट्यूब पर व्यापक प्रचार किया जाएगा। पार्टी के ट्विटर व फेसबुक अकाउंट तो पहले से थे, लेकिन उनका उपयोग बहुत कम हो रहा था।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.