सौम्या केसरवानी | Navpravah.com
समाजवादी दंगल से अब पार्टी के विधायक ऊब कर दूसरे दलों में भागने लगे हैं। पहले से उथल पुथल के दौर से गुजर रही समाजवादी पार्टी को एक और झटका लगा है। आगरा की बाह विधानसभा सीट से वर्तमान सपा विधायक और प्रत्याशी राजा अरिदमन सिंह और खेरागढ़ प्रत्याशी रानी पक्षलिका सिंह ने सपा को अलविदा कह दिया है। इन दोनों ने भाजपा का दामन थाम लिया है और जैसा कि पार्टी छोड़ने के बाद होता है, इनकी वजह इन्होंने समाजवादी परिवार में सत्ता के लिए दंगल को बताया है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या ने इन्हें भाजपा ज्वाइन कराया। भारतीय जनता पार्टी विपक्षी दलों के घोषित प्रत्याशी को अपने पाले में खींचने में लगी है, इसी क्रम में उसने समाजवादी पार्टी को करारा झटका उस समय दिया, जब उसके दो घोषित प्रत्याशियों को भाजपा में शामिल कर लिया गया।
राजा अरिदमन सिंह ने भाजपा के साथ अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी और इस सीट से वह 6 बार विधायक रहे हैं। इस सीट को राजा ने ही समाजवादी पार्टी को जीत कर दी थी, लेकिन अब हराने की चुनौती देते नजर आ रहे हैं।
सपा विधायक राजा अरिदमन सिंह और उनकी पत्नी रानी पक्षलिका सिंह का आगरा और उसके आसपास के जिलों में खासा प्रभाव है। पिछले विधानसभा चुनाव में बाह विधानसभा सीट से सपा के प्रत्याशी थे, जबकि उनकी पत्नी रानी पक्षालिका सिंह को समाजवादी पार्टी ने खैरागढ़ से टिकट दिया था। राजा अरिदमन जीते और अखिलेश सरकार में परिवहन मंत्री बनाए गए थे। वर्ष 2015 में मंत्रीमंडल से उन्हें यह कहते न्हुए बर्खास्त कर दिया गया था कि परिवहन विभाग का काम ठीक से नहीं हो पा रहा है। अभी हाल ही में जारी की गई मुलायम सिंह और अखिलेश खेमे की सूची में दोनों के नाम थे।
सपा के लिए यह खबर खतरे की घंटी भर है, अगर अब भी न जागे तो यह बड़े खतरे के रूप सामने खड़ी होगी। सूत्रों की माने तो कई और विधायक भी सपा छोड़ने की तैयारी में है जिनमे कुछ का नाम अखिलेश और मुलायम दोनों की सूची में है। समाजवादी समीकरण में गठबंधन की संभावना को देखते हुए भी प्रत्याशी परेशान है और सुरक्षित ठिकाने की तलाश में लगे हैं।