2014 में हुए लोकसभा चुनाव में मोदी की लहर ने तमाम नेताओं की नैया पार लगा दी। कुछ ऐसे नेता भी सांसद बने, जिनके बारे में जनता ने चुनाव के कुछ दिन पहले ही जाना। लगातार महंगाई को लेकर घिरती आई भाजपा इस तथ्य को मानने से हमेशा इंकार करती आई है कि जनता की महंगाई के चलते हालत खराब है। उत्तर प्रदेश के व्यवसायी और इलाहाबाद के सांसद श्यामाचरण गुप्ता ने महंगाई जैसी समस्याओं से लेकर विकास से सम्बंधित तमाम मुद्दों पर बात की हमारे संवाददाता अनुज हनुमत से। प्रस्तुत है सांसद श्यामाचरण गुप्ता से हुई बातचीत के प्रमुख अंश-
प्रश्न- क्या आप अपने ढाई वर्ष के कार्यकाल से संतुष्ट हैं ?
जी, संतुष्ट तो हूँ। मेरे कार्यों में कुछ बाधाएं ज़रूर पड़ी हैं वो तर्कपूर्ण है, क्योंकि केंद्र सरकार की योजनाओं को मेरे क्षेत्र में लागू करने में राज्य सरकार ने कोई भी मदद नहीं की। इसलिए हमारी केंद्र की सरकार द्वारा शुरू की कई योजनाएं आज भी बाधित हैं और इसका एकमात्र कारण है प्रदेश में दूसरी पार्टी की सरकार होन। अब ऐसी विडम्बना कई जगहों पर है और हमारे यहाँ भी है। इसलिये आपने जो संतुष्ट और असंतुष्ट वाली बात पूछी, उसमें केंद्र सरकार के कार्यों से मैं संतुष्ट हूँ। अपने किये गए कार्यों से मैं संतुष्ट हूँ लेकिन बहुत से घोषित कार्य भी नहीं हो पाए, जिसकी नोडल एजेंसी उप्र सरकार होती है, इसलिए उन कार्यों के शुरू न होने से मैं थोड़ा असन्तुष्ट हूँ।
प्रश्न- जनता के सामने कार्यों की सूची देनी होगी तो इन ढाई वर्षों में आपके पास कौन से कार्य होंगे ?
जनता के सामने केंद्र सरकार द्वारा जो भी योजनाएं इस बीच में आईं, जिनकी शुरुआत ठीक प्रकार से हो गई है और काम हो रहे हैं। उनकी सूचना मैं जनता को दूंगा। मेरे द्वारा सांसद निधि का जितना प्रयोग हुआ है, मैं जनता को उसकी जानकारी अवश्य दूंगा। केंद्र सरकार द्वारा चलाये जा रही प्रधानमन्त्री ग्राम सड़क योजना के सौजन्य से मुझे सड़कें प्राप्त हुई हैं। अपने लोकसभा क्षेत्र (करछना, छिवकी, ऊँचडीह) में रेलवे बाईपास एवं रेलवे ओवरब्रिजों का निर्माण जैसे प्रमुख कार्यों की सूचना मैं जनता को दूंगा।
प्रश्न- अपने व्यापार जगत में आपने क्या नई उन्नति की है और कौन सी नई परियोजनाएं शुरू किये हैं ?
व्यापार तो जस का तस है। अभी नया कुछ नही जोड़ा हमने। पूरा ध्यान जनता की सेवा में लगा रहा हूँ ।
प्रश्न- जनता की मूलभूत समस्याएं तो जस की तस हैं, ऐसे में अच्छे दिन कब आएंगे ?
इस समय जनता की मुख्य समस्या अच्छी और बेहतर शिक्षा है जिसके लिए हमारी सरकार पूरी मेहनत से लगी है। रही बात अच्छे दिनों की तो मैं आपको बताना चाहूँगा कि अच्छे दिन आ चुके हैं। विरोधी और विरोधी पार्टियां दोनों का एक दुसरे का विरोध करना धर्म और कर्तव्य बन चुका है। आज अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की स्थिति मजबूत है, क्या ये अच्छे दिन नही! बांग्लादेश, श्रीलंका और चीन जैसे पड़ोसी मुल्कों द्वारा पहले छोटी-छोटी बातों पर आँखें दिखाया करते थे, लेकिन आज ऐसा नहीं है। आज स्थिति ऐसी हो गई है कि हमें कोई आँख नहीं दिखा सकता। क्या ये अच्छे दिन का संकेत नही! रोज दंगे, लड़ाई झगड़े होते थे लेकिन जब से केंद्र में मोदी जी के नेतृत्व में हमारी सरकार आई है, तब से ऐसे समाजविरोधी कार्यों में बहुत कमी आई है। क्या ये अच्छे दिन क संकेत नहीं है! आज देश का कोई भी नागरिक विवादोन्मुख नहीं है, बल्कि विकासोन्मुख है, क्या ये अच्छे दिन नही!
प्रश्न- यूपी में जल्दी ही होने वाले विधानसभा चुनावों मे भाजपा पार्टी की तैयारी कैसी है ? क्या आपकी पार्टी यूपी की सत्ता में पुनः वापस आएगी?
देखिए, हर पार्टी चुनाव की तैयारी में लगी है और इसी प्रकार हमारी पार्टी भी तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ रही। चुनाव सभी को लड़ना है। जहाँ तक भारतीय जनता पार्टी की बात है, तो हमारी स्थिति सबसे अच्छी है। बूथ से लेकर मंडल तक हमारे कार्यकर्ता नियुक्त हो गए हैं और उनकी ट्रेनिंग चल रही है। हमारी पार्टी सकारात्मक सोच रखती है।
प्रश्न- जनता की समस्याएं निपटाने और सुनने हेतु आपने कोई नया तंत्र विकसित किया है ?
जनता की समस्या सुनने के लिये हमारा एक कार्यालय है और यहाँ तमाम सुविधाएँ हैं, जिससे जनता को दिक्कत न हो। मैं जनता की समस्या के निस्तारण हेतु हर मुमकिन प्रयास करता हूँ।
प्रश्न- महंगाई को नियंत्रित कर पाने में आपकी सरकार असफल रही, जबकि आपके एजेंडे में ये शामिल था ?
ऐसा नहीं है। विरोधियों द्वारा गलत आंकड़े पेश किये जा रहे हैं। हमारी सरकार ने महंगाई पर काफी नियंत्रण किया है। सरकार की पहली प्राथमिकता यही है, महंगाई पर काबू पाया जाए।
प्रश्न- आपका जन्म पाठा में हुआ है। कोई ऐसा कार्य जो आज भी आप वहां के लिये करना चाहते हों?
पाठा के लिए जितना हो सकता है, मैं करता आया हूँ। पाठा में सुख शांति नहीं थी। रात में भी लोगों को नींद नहीं आती थी, लेकिन अब सब ठीक है।
प्रश्न- यूपी की मौजूदा अखिलेश सरकार के बारे में आपकी क्या राय है ?
यूपी की मौजूदा स्थिति के बारे में केवल इतना ही कहना चाहूँगा कि, “इन सम पुरुष न उन सम नारी, दोनों ने यूपी को लूटा बारी-बारी”