शिखा पाण्डेय,
आज शिवसेना पार्टी ने मुंबई में अपनी पचासवीं सालगिरह का जश्न मनाया। अपनी स्वर्ण जयंती पर भी शिवसेना अपनी सहयोगी पार्टी भाजपा पर हमला बोलने से बाज़ नहीं आई। उसने इस जश्न में पुरानी सहयोगी पार्टी को न्योता तक नहीं दिया। गोरेगांव के मैदान में अपनी रैली में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कैराना और कश्मीर के बहाने फिर बीजेपी पर निशाना साधा और यहाँ तक कह दिया कि पता नहीं गठबंधन का क्या होगा।
अपनी पचासवीं सालगिरह के मौके पर पार्टी ने मुंबई में महाराष्ट्र के हर कोने की सांस्कृतिक-सामाजिक विरासत बिखेर दी। उद्धव ठाकरे ने इस अवसर पर भाजपा पर ताना कसते हुए कहा, “आप केंद्र और कश्मीर में सत्ता में हैं। फिर भी लोगों को क्यों पलायन करना पड़ रहा है? और लगता है लोग राम मंदिर के बारे में भूल ही गए हैं।” फिर अपना पक्ष साफ़ सुथरा रखने के लिए उन्होंने कहा,” हम बीजेपी की आलोचना नहीं कर रहे, बल्कि तथ्य बता रहे हैं।”
उद्धव ने हमेशा की तरह सहयोगी पार्टी की आलोचना करते हुए कहा, “देश बदल रहा है, लेकिन हालात नहीं। चीन की घुसपैठ, पाकिस्तान के साथ झड़प कुछ बंद नहीं हुआ। महंगाई भी जस की तस है।”
अपने संबोधन में उद्धव ने एक बार फिर गठबंधन पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा, ” हम गठबंधन तोड़ना नहीं चाहते, लेकिन वो गठबंधन हमारे आत्मसम्मान की कीमत पर नहीं होगा। मुझे नहीं पता गठबंधन का क्या होगा, हमें चुनावों की तैयारी करनी पड़ेगी।”