अभिजीत मिश्र,
तमाम फेर बदल और उठा पटक के बाद करीब ढाई साल बाद, मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान को अपनी फाइनल कैबिनेट टीम मिल ही गई।
राजभवन में आयोजित शपथग्रहण समारोह के दौरान मंत्रिमंडल में 9 विधायको को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई।
4 सदस्यों को कैबिनेट मंत्री, जबकि 5 सदस्यों को राज्यमंत्री पद की सदस्यता दिलाई गई। इसी दौरान मंत्रिमंडल के वरिष्ठ सदस्य बाबूलाल गौर सरताज ने त्यागपत्र दिया। दोनों नेता शिवराज सरकार के इस निर्णय से बहुत दुखी हैं और उन्हें पद से इस्तीफा दिलवाने की वजह उन्हें बेहद छोटी लगती है।
शिवराज सिंह से नाराज़ बाबूलाल गौर ने कहा कि मैं अभी फिट हूं और रोज़ 12 घंटे काम करता हूँ। अपने एक क्षेत्र से लगातार 10 बार जीतता आ रहा हूं। अफ़सोस जताते हुए गौर ने कहा कि मुझे सिर्फ मेरी उम्र की वजह से हटना पड़ा।
बाबूलाल गौर का साथ देते हुए सरताज सिंह ने भी अपने दिल की बात कही। सरताज सिंह का कहना है कि शिवराज सरकार तीन बार उम्र के हिसाब से नहीं परफॉर्मेंस के हिसाब से बनी है। चुनाव उम्र नहीं परफॉर्मेंस के बल पर जीता जाता है। मुझे लगता है मुख्यमंत्री बदलाव के पक्ष में नहीं थे, अदल बदल तो केंद्र के हाथ में होता है।
बाबूलाल 87 और सरताज 77 वर्ष के हो चुके हैं। सरकार द्वारा तय किए हुए मंत्रियों की लिस्ट में ओमप्रकाश धुर्वे, रुस्तम सिंह, जयभान सिंह, अर्चना चिटणीस का नाम है और राज्य मंत्रियो में संजय पाठक, ललिता यादव, विश्वास सारंग, हर्ष सिंह और सूर्य प्रकाश मुख्य नेता है। मुख्यमंत्री को मिला कर मंत्रिमण्डल में कुल 30 मंत्री होंगे।