अनुज हनुमत,
अभी हाल ही में भारत द्वारा पाक अधिकृत कश्मीर में हुए सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर कल दिल्ली के जंतर मंतर पर राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ‘खून की दलाली’ का आरोप जड़ दिया था। अब राहुल गांधी ने अपने बयान पर सफाई दी है। उन्होंने ट्वीट किया कि ”वो सर्जिकल स्ट्राइक का समर्थन करते हैं, लेकिन राजनीतिक पोस्टर में सेना का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए।”
गौरतलब है कि बीते दिन राहुल गांधी ने सर्जिकल स्ट्राइक पर पीएम नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “हमारे जिन जवानों ने जम्मू कश्मीर में अपनी जान दी, सर्जिकल स्ट्राइक किया है, आप उनके खून की दलाली कर रहे हो। ये बिल्कुल गलत है।” कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल यहीं नहीं रुके पीएम मोदी को नसीहत देते हुए कहा, ”सेना ने अपना काम किया है, आप अपना काम कीजिए।”
आपको बता दें कि राहुल गांधी की किसान यात्रा का आज आखिरी दिन था। कुल 26 दिनों तक चली किसान यात्रा में राहुल ने 48 जिलों और 57 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा किया। इससे पहले राहुल गांधी सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर राहुल पीएम मोदी की तारीफ भी कर चुके हैं। छः दिन पहले राहुल ने कहा था, ”जब प्रधानमंत्री जी, एक प्रधानमंत्री के लायक काम करते हैं तो मैं भी उनका समर्थन करता हूं। मैं उनको धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने ढाई साल में पहला एक्शन लिया है, जो प्रधानमंत्री के लायक एक्शन है, और मेरा उनको पूरा समर्थन है।”
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक करके आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूत कर दिया। हम सेना के इस कदम की पहले भी तारीफ कर चुके हैं, आज भी हमें गर्व है। केजरीवाल ने राहुल गांधी के खून की दलाली वाले बयान पर दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि सेना की शहादत को ‘खून की दलाली’ बोलना गलत है। इसकी हम कड़ी निंदा और आलोचना करते हैं।
केजरीवाल ने कहा कि इस वक़्त सारे राजनीतिक मतभेद छोड़ कर हमें सेना के साथ खड़ा होना चाहिए और प्रधानमंत्री जी देश की सुरक्षा के लिए जो जो कदम उठा रहे हैं, हमें उनका साथ देना चाहिए। बहरहाल राहुल गांधी ने जो बयान दिया है, अब वे उसी में फंसते नजर आ रहे हैं। जानकारों के मुताबिक, राहुल गांधी के इस बयान का प्रभाव उनकी किसा यात्रा का प्रभाव कम कर सकता है।