इंद्रकुमार विश्वकर्मा
मुंबई। उरी हमले के बाद भारत की ओर से किए गए सर्जिकल स्ट्राइक पर सबूत मांगने वालों को फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार ने करारा जवाब दिया है। अक्षय ने फेसबुक पर एक वीडियो अपलोड किया है, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना के लक्षित हमलों पर उठाये जा रहे सवालों की कड़ी निंदा की।
बॉलीवुड के खिलाड़ी अक्षय कुमार ने कहा है कि सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगने वालों को शर्म करना चाहिए। आपस में झगड़ने वालों को जवानों की शहादत का सम्मान करना चाहिए। सेना पर सवाल उठाना ठीक नहीं। सेना पर सवाल न उठाएं, सेना है तो हम हैं। सेना नहीं तो हिंदुस्तान नहीं।
अक्षय कुमार ने कहा कि वह इस बात से हैरान हैं कि कुछ लोग ऐसे समय में पाकिस्तानी कलाकारों पर पाबंदी पर बहस कर रहे हैं, जबकि सीमा पर आतंकी हमले में हमारे जवान शहीद हुए हैं। पाक कलाकारों के समर्थकों को शर्म आनी चाहिए। यह समय पाक कलाकारों पर बहस करने का नहीं है।
अक्षय ने वीडियो के साथ लिखा, पिछले कुछ दिन से मेरे दिमाग में कुछ चीजें चल रहीं हैं और मुझे यह कहना था। किसी को दुखी करने का इरादा नहीं है। अक्षय ने वीडियो में कहा कि मैं आज एक सेलिब्रिटी के रूप में आपसे नहीं बोल रहा हूं। मैं एक सैनिक के बेटे के रूप में आपसे बात कर रहा हूं। पिछले कुछ दिनों से मैं देख रहा हूं और पढ़ रहा हूं कि लोग बहस कर रहे हैं। कुछ लोग सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांग रहे हैं, तो कुछ कलाकारों पर पाबंदी की मांग कर रहे हैं, वहीं कुछ लोगों को डर है कि जंग हो सकती है।
अक्षय ने कहा कि अरे शर्म करो! ये बहस बाद में हो सकती है। पहले तो यह सोचना चाहिए कि हमारे जवान सीमा पर अपनी जान गँवा रहे हैं। उरी हमले में 19 जवान शहीद हो गये और बारामूला में 24 साल का नितिन यादव शहीद हो गया।
अक्षय ने यह भी कहा कि इस समय पाकिस्तानी कलाकारों पर पाबंदी के बारे में बात करने की बजाय उन परिवारों के बारे में सोचना चाहिए, जिन्होंने सीमा पर अपनों को खो दिया और जिन्हें इस प्रकार की बहस से कोई लेनादेना नहीं है। उन्होंने कहा कि क्या उनके परिवारों को या हजारों जवानों के परिवारों को इस बात की चिंता है कि कोई फिल्म रिलीज होगी या नहीं?
किसी कलाकार पर पाबंदी लगाई जाएगी या नहीं! उन्हें अपने भविष्य की चिंता है। अक्षय ने कहा कि हमें चिंता होनी चाहिए कि हम उनके वर्तमान को और भविष्य को बेहतर बनाएं। मैं हूं, क्योंकि वे हैं। आप हैं, क्योंकि वे हैं। और अगर वे वहाँ नहीं होते तो भारत नहीं होता। जय हिंद!