शिखा पाण्डेय,
सिमी के आठ खूंखार आतंकवादियों के एनकाउंटर पर सवाल उठाने वाली कांग्रेस ने शायद ही उस हेड कांस्टेबल की जान के बारे में विचार किया होगा, जिसकी हत्या कर ये आतंकी फरार हुए थे। भोपाल की सेंट्रल जेल में बतौर हेड कॉन्स्टेबल काम कर रहे 57 वर्षीय शहीद रमाशंकर यादव ने बहादुरी से अकेले उन 8 आतंकियों का सामना किया।
57 वर्षीय यादव की कुछ साल पहले ही बाइपास सर्जरी की गई थी और वह 2 साल बाद 2019 में रिटायर होने वाले थे। अगले महीने ही यादव की छोटी बेटी की शादी होने वाली थी, लेकिन दिवाली से अगले ही दिन परिवार को सूचना मिली कि सिमी के 8 सदस्य यादव की हत्या कर जेल से फरार हो गए हैं।
रमाशंकर यादव का एक बेटा प्रभुनाथ यादव सेना में लांस नायक है जो हरियाणा के हिसार में तैनात है। उनका दूसरा बेटा शंभुनाथ भी सेना में है, जो असम में तैनात है। वहीं बेटी सोनिया की अगले महीने दिसंबर में शादी होने वाली थी। प्रभुनाथ ने कहा, “जेल से भागने की कोशिश कर रहे 8 कैदियों से लड़ते हुए पता नहीं मेरे पिता क्या बीती होगी!” प्रभुनाथ ने कहा, “कुछ साल पहले ही उनकी बाइपास सर्जरी हुई थी। हमने जेल प्रशासन से विनती की थी कि उन्हें कम मेहनत वाला काम दिया जाए और नाइट ड्यूटी ना लगाई जाए।”
यादव का घर जेल से कुछ ही दूरी पर है। दीपावली की खुशियों के बीच सोमवार को उनके घर मातम पसर गया। प्रभुनाथ को जैसे ही पिता की मौत की खबर मिली वे मां हीरामनी को सहारा देने के लिए तुरंत दिल्ली से फ्लाइट पकड़कर भोपाल आ गए। परिवार और रिश्तेदार रमाशंकर यादव की आकस्मिक मृत्यु से बेहद दुखी तो हैं ही, साथ ही ये लोग जेल प्रशासन पर गुस्सा भी हैं। उनका कहना है कि उम्रदराज और बीमार होने के बावजूद यादव को जेल का इतना मुश्किल काम दिया हुआ था।
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने यादव के परिवार से मुलाकात की और आश्वासन दिया है कि सरकार रमाशंकर को शहीद का दर्जा प्रदान करेगी। इसके अलावा राज्य सरकार ने परिवार को बेटी की शादी के लिए 5 लाख रुपए समेत 15 लाख रुपए की वित्तीय सहायता की घोषणा की है। पुलिस कॉन्स्टेबल और रमाशंकर के परिवार के करीबी राकेश कटारिया ने कहा, “रमाशंकर एक शहीद है जिसने बड़ी बहादुरी से मुकाबला किया।”
गौरतलब है कि सोमवार दोपहर भोपाल सेन्ट्रल जेल से फरार सिमी के सभी 8 सदस्यों को पुलिस ने एक मुठभेड़ में मार गिराया। भोपाल के बाहरी इलाके में इंटखेडी गांव के पास पुलिस के जवानों ने सिमी के इन सदस्यों को ढेर किया। ये सभी सिमी सदस्य सोमवार तड़के 3-4 बजे बैरक तोड़कर ड्यूटी पर मौजूद हेड कॉन्स्टेबल रमाशंकर यादव को मारकर भोपाल की सेन्ट्रल जेल से फरार हो गए थे। ओढ़ने के काम आने वाली चादर की रस्सी बनाकर आतंकी दीवार फांदकर फरार हुए। पुलिस ने बताया कि फरार कैदियों के पास हथियार भी थे। आतंकियों की फायरिंग के बदले पुलिस ने आत्मरक्षा में फायरिंग की और क्रॉस फायरिंग में सभी फरार कैदी मारे गए।