सौम्या केसरवानी | Navpravah.com
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच 15 जनवरी को लखनऊ में तलाक़ के मुद्दे को लेकर मुस्लिम महिलाओं का एक बड़ा सम्मेलन करने जा रहा है। इस सम्मेलन का मकसद इस मुद्दे पर मुस्लिम महिलाओं को एकजुट करना है, जो तीन तलाक के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर सके, इसीलिए इस सम्मेलन में बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाओं को शामिल करने की तैयारी है। क्योंकि इस सम्मेलन के बाद मुस्लिम राष्ट्रीय मंच प्रदेश के 30 से अधिक जिलों में इसी तरह का सम्मेलन आयोजित करने जा रहा है और अगले दो महीने तक यूपी में विधानसभा चुनाव होने है।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का एक हिस्सा है। जिसको मुस्लिमों के कल्याण और उत्कर्ष के लिए बनाया हुआ है। इसके समन्वयक का कहना है कि तीन तलाक के जरिए मुस्लिम महिलाओं का शोषण हो रहा है। बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाएं तीन तलाक के खिलाफ है। तीन तलाक मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों और स्वाभिमान के भी खिलाफ है। उन्होंने कहा कि इस्लाम सभी के अधिकारों की रक्षा करता है, फिर मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों को कोई कैसे छीन सकता है। मुस्लिम महिलाओं के हितों की रक्षा के लिए ही तीन तलाक को लेकर लोगों की एक राय बनाई जा रही है।
हालांकि उन्होंने इस सम्मेलन के पीछे किसी प्रकार के चुनावी एजेंडे से इनकार किया। लेकिन राजधानी के अलावा आगरा, उन्नाव, जालौन, रामपुर सहित 30 से अधिक जिलों में इस तरह के सम्मेलन का आयोजन कुछ और ही इशारा करता नजर आ रहा है। सम्मेलन में बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाएं शामिल हों, इसका जिम्मा मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की महिला शाखा को सौंपा गया है।