एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
रमजान के महीने में जम्मू कश्मीर में भारतीय सुरक्षाबलों द्वारा ऑपरेशन नहीं करने को लेकर गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, सेना हाथ बांधकर नहीं बैठी है। कश्मीर में रमजान के दौरान ‘संघर्ष विराम’ घोषित करने के बावजूद होने वाली हिंसा के सवाल पर गृह मंत्री ने स्पष्ट किया कि कश्मीर में ‘सीजफायर’ नहीं है बल्कि ‘सस्पेंशन ऑफ ऑॅपरेशन’ (कार्रवाई कुछ समय के लिए रोक देना) है।
राजनाथ सिंह ने कहा, यह युद्धविराम नहीं था, बल्कि रमजान को देखते हुए सेना ने अपने ऑपरेशन को रोक दिया था, लेकिन इसमें साफ तौर पर कहा गया था कि किसी भी आतंकी गतिविधि के होने पर हम ऑपरेशन दोबारा शुरू करेंगें, हमारे सुरक्षाबलों ने हमला होने पर 5 आतंकियों को मार गिराया है।
उन्होंने बताया कि अर्द्धसैनिक बलों में बहुत सा काम किया जा रहा है, अर्द्धसैनिक बलों की लगभग 10 लाख की फोर्स पूरे देश में है.श, जब कोई जवान शहीद होता था तो उसके परिजनों को 50-55 लाख रुपये दिए जाते थे लेकिन हमने तय किया कि ऐसे मामलों में एक करोड़ रुपये से कम नहीं दिए जाएंगे।
राजनाथ सिंह ने कहा कि डॉलर और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम बढ़ने से पेट्रोल-डीजल के दाम चढ़े हैं, लेकिन केन्द्र सरकार पेट्रोलियम उत्पाद की कीमतों को कम करने में लगी हुई है।