सौम्या केसरवानी । Navpravah.com
26 जुलाई को पूरे देश में कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है, ये उन जवानों के शौर्य और पराक्रम को याद दिलाता है, जिन्होंने अपने प्राणों की बलि देकर कारगिल में तिरंगा फहराया था। दुश्मन देश के नापाक इरादों को नाकाम करने वाले इन शहीदों को आज देश याद कर रहा है।
स्मृति वाटिका में सीएम योगी और राज्यपाल भी मौजूद थे,
मुख्यमंत्री योगी ने भारत माता के सपूतों के लिए विनम्र श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि शहीद का बलिदान राष्ट्र का जीवन होता है। शहीदों की शहादत से राष्ट्र को संजीवनी मिलती है।
उन्होंने आगे कहा कि कारगिल की लड़ाई में भारत ने पाकिस्तान को पीछे धकेल दिया था। उन्होंने कहा कि जब तक एक भी घुसपैठी सीमा में रहेगा, तब तक पाकिस्तान से कोई समझौता नहीं हो सकता। अगर हम स्कूल में छात्रों के मन में देशभक्ति की भावना जागृत नहीं कर सकते तो क्या करेंगे। इसलिए सभी को अपने बच्चों को इनके शौर्य की गाथा सुनानी चाहिए।
सीएम योगी ने कहा कि हमारा एक धर्म होना चाहिए और वो राष्ट्रधर्म है। हमें कभी इस बात से संकोच नहीं करना चाहिए। हमारी सरकार ने एक बड़ा फैसला किया है,
देश की रक्षा में शहीद होने वाले जवान के नाम पर एक शैक्षणिक संस्थान का नाम होगा।
हमारी सरकार ने शहीद कैप्टन मनोज पांडेय के नाम पर लखनऊ सैनिक स्कूल का नामकरण करने की योजना बनायी है, इसका फैसला कैबिनेट में लिया गया। कारगिल शहीद के साथ-साथ आज भी सीमा पर देश की रक्षा में शहीद होने वाले जवानों के नाम पर किसी न किसी संस्थान का नामकरण करेगी।
शहीदों के परिवार को आश्वस्त करूँगा कि उत्तर प्रदेश सरकार सदैव उनके साथ है। शहीद होने वाले जवानों के परिवार के साथ सरकार हमेशा खड़ी रहेगी।