शिखा पाण्डेय,
बुधवार को लंबे समय से अटके पड़े जीएसटी बिल को राज्यसभा में पेश किया जाएगा। इस बात की पूरी उम्मीद है कि इस विधेयक को कांग्रेस सहित अन्य सभी प्रमुख राजनीतिक दलों का समर्थन प्राप्त होगा। कर क्षेत्र में जीएसटी को अब तक का सबसे दूरगामी सुधार बताया जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार सरकार पहले विधेयक को मंगलवार को ही राज्यसभा में लाने वाली थी लेकिन कांग्रेस ने इस पर सहमति नहीं जताई क्योंकि इस दिन पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी का वाराणसी में रोड शो होना है।
जीएसटी विधेयक पर समर्थन जुटाने हेतु वित्त मंत्री अरुण जेटली ने माकपा महासचिव सीताराम येचुरी से भी मुलाकात की।येचुरी ने कहा कि उनकी पार्टी विधेयक के अंतिम संस्करण का इंतजार कर रही है।येचुरी ने यह भी कहा कि सरकार को प्रस्तावित विधेयक पर आम सहमति के लिए सभी दलों से संपर्क करना चाहिए।
सीताराम येचुरी तथा कुछ अन्य नेताओं से मुलाकात के बाद वित्त मंत्री ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा के साथ एक बार फिर बातचीत की। बातचीत में विधेयक पर विस्तृत चर्चा हुई ताकि इस महत्वपूर्ण विधेयक पर आम सहमति कायम की जा सके। इसके बाद अनंत कुमार के साथ जेटली ने लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन से भी मुलाकात की।
संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा,”हमने सभी राजनीतिक दलों से समर्थन मांगा है। कुल मिलाकर माहौल विधेयक को पारित कराने के पक्ष में है। उच्चस्तरीय सरकारी सूत्रों के अनुसार कांग्रेस सहित, वाम दलों, समाजवादी पार्टी और विभिन्न दलों के साथ बातचीत का आज एक और दौर हुआ ताकि इस कर सुधार विधेयक पर आम सहमति कायम की जा सके।”